गुजरात में चक्रवाती तूफान का खतरा बढ़ता जा रहा है. अरब सागर में उठा चक्रवाती तूफान अगले दो-तीन दिनों में केरल के तट से भारतीय जल सीमा में प्रवेश कर सकता है. ‘महा’ तूफान के चलते गुजरात के तटीय क्षेत्रों सौराष्ट्र के पोरबंदर, देवभूमि द्वारका, सोमनाथ, जूनागढ़ में भारी बारिश की संभावना है. यह चक्रवाती तूफान अरबी समुद्र से उत्तर-पश्चिम की ओर आगे बढ़ रहा है.
मौसम विभाग के डायरेक्टर जयंत सरकार ने कहा है कि गुजरात के वेरावल तट के दक्षिण में 640 किमी दूर दक्षिण में ‘महा’ तूफान अपनी दिशा बदल सकता है. महा तूफान 6 नवंबर की सुबह गुजरात के तटीय क्षेत्र की ओर बढ़ सकता है. इस बीच, हवा की गति 60 से 70 किलोमीटर प्रति घंटा रहने की संभावना है. जिससे मूसलाधार बारिश हो सकती है.
दक्षिणी गुजरात और सौराष्ट्र के तटीय इलाकों में तेज हवाएं चल सकती हैं. गौरतलब है कि पिछले दिनों क्यार चक्रावत की वजह से दक्षिण गुजरात और सौराष्ट्र के कई इलाकों में भारी बारिश हुई थी. जिसकी वजह से किसानों की फसल को काफी नुकसान हुआ. गुजरात के किसानों को ‘क्यार’तूफान के बाद अब ‘महा’ नामक चक्रवात का सामना करना पड़ सकता है. मौसम विभाग ने राज्य में एक बार फिर बारिश होने का अनुमान जताया है. महा चक्रवात के चलते मछुआरों को सतर्क करते हुए समुद्र में ना जाने की सलाह दी गई है.