लखनऊ-रेलवे स्टेशनों पर यात्री और दुकानदार बंदरों के आतंक से परेशान रहते हैं। ये बंदर आए दिन किसी को काट लेते हैं तो लोगों का सामान लेकर भाग जाते हैं या उनको नुकसान पहुंचाते हैं। तो इसी से बचने के लिए लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन ने अनोखा तरीका खोज निकाला है।
रेलवे प्रशासन ने स्टेशन पर 'कलंदर' तैनात किए है। ये कलंदर अब बंदर भगाएंगे। अब आप भी सोच में पड़ गए होंगे कि आखिर ये कलंदर कौन सी बला है जो बंदरों का मुकबला करेंगे। तो हम आपको बताते है कलंदर वो शख्स हैं जो लंगूरों की आवाज निकाल कर बंदरों को डराते हैं। और रेलवे स्टेशन पर घूम-घूम कर बंदरों को भगाते है। कलंदर की मेहनत से अब बंदरों का कहर चारबाग रेलवे स्टेशन पर खत्म हो रहा है।
बंदरों को भगाने के लिए लखनऊ रेलवे प्रशासन ने किस्मत नाम के कलंदर को रखा है, किस्मत को इस नौकरी के लिये 20 से 22 हजार प्रतिमाह मिलता है। किस्मत को 6 महीने के ट्रायल बेस पर रखा गया है। अगर यह प्रयोग सफल रहता है तो आगे भी इनको काम पर रखा जाएगा। किस्मत पहले लंगूर लेकर बंदरों को भगाते थे लेकिन जानवरों के हित के लिए लड़ने वाली संस्था PETA के विरोध में लंगूर को रखना बंद कर दिया। जिसके बाद इन लोगों ने लंगूर की आवाज निकालने का आनोखा तरीका खोज निकाला । फिर किस्मत की किस्मत पलटी और रेलवे ने बंदर भगाने का ऑफर दे दिया। फिलहाल चारबाग रेलवे स्टेशन पर किस्मत की किस्मत बुलंद है और बंदर किस्मत की आवाज सुनकर स्टेशन छोड़कर फरार हैं।