लखनऊ-राजधानी में रैश ड्राइविंग, बिना हेलमेट के वाहन चलाना, बिना सीट बेल्ट के चार पहिया चलाना और ट्रैफिक नियमों की अनदेखी करना भारी पड़ सकता है। लखनऊ ट्रैफिक पुलिस अब टेक्नोलॉजी को अपनाते हुए अब आईटीएमएस (इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम) के तहत चालान किये जायेंगे। राजधानी के 155 चौराहों पर ये सिस्टम कैमरों में इंस्टॉल किये जाने हैं। जिनमें 132 चौराहों पर किये जा चुके हैं।
एडीसीपी पूर्णेन्दु सिंह ने बताया है कि यातायात नियमों का इंफॉर्मेसमेन्ट ही सबसे बड़ी चुनौती है। चौराहों पर लगे एएनपीआर (ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन) और पीटीजेड (पैन टिल्ट जूम) और फिक्सड कैमरे लगे हैं। जिनकी रेंज 50 से 300 मीटर दूरी तक है। अगर आपने नो-पार्किंग स्थल सड़क पर वाहन खड़ा किया अथवा बिन सीट बेल्ट, हेलमेट, रांग साइड, तेज रफ्तार वाहन चलाया अथवा रेड लाइट पार की तो 132 चौराहों पर लगे सीसी कैमरों से ऑटो चालान हो जाएगा। इसका आपको पता भी नहीं चलेगा।
कुछ देर बाद जब मोबाइल में मैसेज आएगा तो जानकारी होगी कि आपने किस निमय को तोड़ा है और कितना चालान करना होगा। उत्तर प्रदेश में 18 जनवरी से 2021 से 17 फरवरी 2021 तक सड़क सुरक्षा माह चलाया जा रहा है। यातायात निदेशालय उत्तर प्रदेश पुलिस की ओर लोगों से ट्रैफिक रूल्स फॉलो करने की अपील की जा रही है।