वाराणसी-नए साल पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से आईआईटी बीएचयू और उत्तर प्रदेश के लोगों को एक बड़ा तोहफा मिलने जा रहा है। इसकी बुनियाद रख दी गई है। यह तोहफा है आईआईटी बीएचयू में खुलने जा रहा इसरो का पांचवां सेंटर। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन यानी इसरो का पांचवां सेंटर आईआईटी बीएचयू में खुलेगा। इसके लिए आईआईटी बीएचयू और इसरो के बीच ऑनलाइन प्रोग्राम के दौरान यह समझौता हुआ है।
IIT(BHU) & ISRO have signed MoU today for opening the Regional Academic Center for Space (RAC-S) in the Institute. Special gratitude to Dr K Sivan, Chairman, Shri R Umamaheswaran, Scientific Secretary & Dr PV Venkatakrishnan, Director, CBPO, ISRO HQ and also to all our faculty. pic.twitter.com/zKUvpAarXc
— IIT(BHU),Varanasi (@IITBHU_Varanasi) December 23, 2020
बीएचयू और इसरो के बीच बुधवार को संस्थान में इसरो के रीजनल ऐकडेमिक सेंटर फॉर स्पेस को खोलने के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर किया गया। आईआईटी बीएचयू के निदेशक प्रफेसर प्रदीप कुमार जैन और सीबीपीओ के निदेशक पीबी वेंकटकृष्णन के बीच ऑनलाइन बैठक के दोनों संस्थानों ने इस समझौते पत्र पर हस्ताक्षर किया।आईआईटी बीएचयू के निदेशक प्रफेसर प्रदीप कुमार जैन ने बताया कि संस्थान में इसरो के रीजनल ऐकडेमिक सेंटर फॉर स्पेस का केंद्र खुलने के बाद अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी गतिविधियों को बढ़ावा देने में संस्थान अहम भूमिका निभाएगी। उत्तर प्रदेश के अलावा मध्यप्रदेश,छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में भी अंतरिक्ष गतिविधियों को बढ़ावा देने में ये सेंटर महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
बता दें कि इसरो का यह पांचवां सेंटर होगा। इससे पहले ऐसे सेंटर कुरुक्षेत्र, जयपुर, मंगलौर और गुवाहाटी में खोले जा चुके हैं। अब इस उपलब्धि के बाद बीएचयू आईआईटी में बीटेक और एमटेक छात्र-छात्राओं के लिए शॉर्ट टर्म और वन ईयर प्रोजेक्ट भी शामिल किए जाएंगे। इसके अलावा पीएचडी के छात्रों को लॉन्ग टर्म आरएंडडी प्रोजेक्ट्स में भी वरीयता मिलने का रास्ता खुल जाएगा।