नई दिल्ली। कोरोना संकट के बीच पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (सीआईआई) को एक बड़ी सफलता मिली है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने सोमवार को सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन जैसे साझेदारों के साथ मिलकर विकसित की गई देश की पहली न्यूमोकोकल कॉन्जुगेट वैक्सीन ''न्यूमोसिल'' पेश की।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि हर्षवर्धन ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (एसआईआईपीएल) को टीकों की संख्या के हिसाब से दुनिया का सबसे बड़ा टीका निर्माता और भारत की अर्थव्यवस्था में इसके योगदान की पहचान करते हुए कहा कि इसके टीकों का उपयोग 170 देशों में किया जाता है।
टीका बच्चों को न्यूमोकोकल रोगों (निमोनिया) के खिलाफ प्रभावी और लंबे समय तक चलने वाला संरक्षण प्रदान करेगा। इस अवसर पर अपने हर्षवर्धन ने संबोधन में कहा, "यह देश की सार्वजनिक स्वास्थ्य देखभाल के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जो यह सुनिश्चित करेगा कि बच्चों को एक सस्ती और उच्च गुणवत्ता वाले टीके (वैक्सीन) के साथ न्यूमोकोकल बीमारी से बेहतर तरीके से बचाया जा सके।"