मघ्यप्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन का निधन, वह पिछले काफी समय से बीमार चल रहे थे। उनका निधन मंगलवार सुबह मंगलवार सुबह लखनऊ के मेदांता हॉस्पिटल में हुआ। वे 85 वर्ष के थे। यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री और बेटे आशुतोष टंडन ने ट्वीट कर उनके निधन की जानकारी दी है। टंडन पिछले कई दिनों से बीमार थे और करीब डेढ़ महीने से उनका इलाज लखनऊ के मेदांता अस्पताल में चल रहा था।
लालजी टंडन का राजनीतिक सफर साल 1960 के करीब शुरू हुआ। हालांकि, उन्होंने 12 साल की उम्र से ही संघ की शाखाओं में जाना शुरू कर दिया था। बाद में उनकी मुलाकात अटल बिहार वाजपेयी से हुई। अटल बिहारी वाजपेयी ने जब लखनऊ की सीट छोड़ी तो लालजी टंडन को ये सीट मिली।
उन्होंने यहां से 2009 में लोकसभा चुनाव भी जीता और लखनऊ से सांसद बने। उन्होंने कांग्रेस की रीता बहुगुणा जोशी को 40 हजार से ज्यादा वोटों से हराया। वे दो बार उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सदस्य भी रहे। साथ ही तीन बार विधायक भी रहे। यूपी विधानसभा में वे नेता प्रतिपक्ष भी रहे।