केंद्र की सत्ता में आसीन देश का सबसे मजबूत राजनीतिक दल बीजेपी अब हरियाणा में अपनी सरकार बनाने के लिए जोड़-तोड़ की राजनीति में व्यस्त है. हालांकि भाजपा ने 'चाल, चरित्र और चेहरे' की राजनीति भूल ''कांडा'' दांव खेल दिया है जिसके कारण नई नवेली पार्टी जेजेपी के दुष्यंत चौटाला का किंगमेकर बनने का सपना टूटता साफ नजर आ रहा है.
दो आत्महत्याओं में आरोपों का सामना कर रहे कांडा ने मंगलवार को हरियाणा लोकहित पार्टी (एचएलपी) के टिकट पर सिरसा से निर्दलीय उम्मीदवार गोकुल सेतिया को महज 602 वोट से हराकर जीत हासिल की. जीत के तत्काल बाद कांडा ने बहुमत के जादुई आंकड़े से छह कदम दूर रहकर संकट में फंसी भाजपा का बिना शर्त समर्थन करने की घोषणा कर दी.
विधानसभा चुनाव में तीसरी सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी जेजेपी खुद को किंगमेकर नहीं किंग की भूमिका में रख रही है. जेजेपी सुप्रीमो और उचाना कलां से विधायक बने दुष्यंत चौटाला ने गुरुवार की रात कहा था कि विधानसभा का ताला जेजेपी की चाबी से खुलेगा. छल्ला कोई भी हो सकता है. हालांकि सरकार बनाने में किसी का साथ देने पर दुष्यंत चौटाला ने कोई जवाब नहीं दिया. उन्होंने कहा कि वे अभी विधायक बने हैं. उनकी हैसियत सिर्फ विधायक की है. पार्टी के सभी विधायकों की दिल्ली में मीटिंग होगी जिसमें विधायक दल का नेता चुना जाएगा. इसके बाद पार्टी के विधायक व कार्यकर्ता फैसला लेंगे. फिलहाल वे इन बातों के बारे में नहीं सोच रहे हैं.
हरियाणा की सरकार बनाने में बीजेपी को बिना शर्त समर्थन देने वाले हरियाणा लोकहित पार्टी के विधायक गोपाल कांडा ने कहा है कि उनके ऊपर आज कोई आरोप नहीं लगा है. उन्होंने 306 के केस को फर्जी केस बताया है. बता दें कि एयरहोस्टेस गीतिका शर्मा सूइसाइड केस में गोपाल कांडा मुख्य आरोपी हैं. गोपाल कांडा ने यह भी कहा कि उनका परिवार आरएसएस के साथ है, उनकी रगों में आरएसएस का खून बहता है. गोपाल कांडा ने मीडिया से बातचीत में कहा, 'मेरा परिवार आरएससएस से जुड़ा है. मेरे खिलाफ घोटाले की बातें गलत हैं. मेरी लाइफ में एक ही झूठा केस दर्ज हुआ. कांग्रेस सरकार ने 306 का केस किया था. बीजेपी को बिना शर्त समर्थन दे रहा हूं.मोदीजी के नेतृत्व में देश का विकास हो रहा है.' गोपाल कांडा ने यह भी कहा कि उनके पिता ने 1926 में आरएसएस जॉइन की थी और उनका पूरा परिवार आरएसएस के साथ है.
हरियाणा में विधानसभा की 90 सीटे हैं. भाजपा को 40 सीटें मिली हैं. विधानसभा तक पहुंचने के लिए पार्टी को 46 सीटों की जरूरत है.ऐसे में सात निर्दलीय को शामिल करके ही पार्टी सरकार बना सकती है.
- सिरसा विधानसभा सीट से हरियाणा लोकहित पार्टी के गोपाल कांडा
- महम विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार बलराज कुंडू
- पूंडरी विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार रणधीर सिंह गोलन
- रनियां विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी रंजीत सिंह
- बादशाहपुर विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार राकेश दौलताबाद
- दादरी विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी सोमबीर
- नीलोखेड़ी सीट से धर्मपाल गोंदर
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