उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 की पूरी तस्वीर 10 मार्च का साफ़ हो जाएगी, इस चुनाव की खास बात ये रही कि इस बार किसी तरह की कोई लहर नजर नहीं आई, हर एक विधानसभा सीट पर अलग समीकरण और अलग मुद्दे नजर आए। यही वो कारण है कि इस बार का चुनाव एक सस्पेंस मूवी की तरह नज़र आ रहा है, जो अब क्लाइमेक्स यानि चुनावी नतीजों की और बढ़ चूका है।
उत्तरप्रदेश में सातों फेज के मतदान संपन्न हो चुके है, इस बार 2017 से 0.94% कम वोटिंग हुई, वही पिछली बार 1.2% मतदान बढ़ने पर भाजपा को 265 सीटों का फायदा हुआ था। 2022 में 60.31% वोटिंग हुई है। 2017 में 61.28% मतदान हुआ था। यानी इस बार पिछले चुनाव से 0.94% कम मतदान हुआ है। 2012 में 59.5% मतदान हुआ था। इस तरह यूपी में मतदान बढ़ने पर सरकार के बदलने की संभावना सबसे ज्यादा थी और अगर पिछले 3 चुनावों की बात करें तो हर 5 साल में सरकार बदली है।
उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव की गणित को समझने के लिए सातों चरण के मतदान के पैटर्न को समझते है। पहले चरण में वेस्ट UP में वोटिंग हुई, तब यहां की 58 सीटों पर 62.4% मतदान हुआ। 2017 में इन 58 सीटों पर औसतन 63.75% मतदान हुआ था, यानी इस बार करीब 1.1% मतदान कम हुआ है। 2012 में इन्हीं 58 सीटों पर 61.03% वोटिंग हुई थी, यानी 2017 में 2% से ज्यादा वोट का इजाफा हुआ था।
दूसरे चरण में 64.7% वोटिंग मतदान हुआ। 2017 में इन्हीं 55 सीटों पर 65.7% मतदान हुआ था, यानी इस बार करीब 1.0% कम वोटिंग हुई है। 2012 में इन 55 सीटों पर 65.17% वोटिंग हुई थी। 2012 की तुलना में 2017 में वोटिंग में करीब 0.36% का इजाफा हुआ था।
इसके बाद बात करते है तीसरे चरण की तो, यहाँ 62.2% मतदान हुआ। 2017 में 3 फेज में इन्हीं 59 सीटों पर 62.4% मतदान हुआ था, यानी इस बार करीब 0.2% कम मतदान हुआ है। 2012 में इन 59 सीटों पर 59.79% वोटिंग हुई थी। 2012 की तुलना में 2017 में वोटिंग में करीब 2.42% का इजाफा हुआ था।
फिर आती है चौथे चरण की बारी तो, यहाँ करीब 62.7% मतदान हु। 2017 में इन्हीं 59 सीटों पर 62.8% मतदान हुआ था, यानी इस बार करीब 0.1% कम मतदान हुआ है। 2012 में इन 59 सीटों पर 57.52% वोटिंग हुई थी। वहीं, 2012 की तुलना में 2017 में वोटिंग में 5% का इजाफा हुआ था। 2012 में 8% बढ़ने पर सपा को 22 और 2017 में 5% वोटिंग बढ़ने पर भाजपा को यहां 48 सीटों का फायदा हुआ था।
अब पांचवा चरण देखते है, पांचवें चरण में 12 जिलों की 61 सीटों पर 58.3 प्रतिशत वोट पड़े, जबकि 2017 की बात करें तो 58.4 प्रतिशत वोटिंग हुई थी। यानी 0.1 प्रतिशत कम वोट पड़े थे। इस बार का मतदान प्रतिशत घटा है। 2012 की बात करें तो 55.12 प्रतिशत वोटिंग हुई थी, जोकि 2017 से करीब 3 प्रतिशत कम, जबकि 2022 से करीब 2 प्रतिशत कम है।
सेकंड लास्ट यानी छठे चरण तक आते-आते आप पढ़ते-पढ़ते थक गए होंगे बिलकुल उसी तरह जिस तरह सभी पार्टी के स्टार प्रचारक थक चुके थे, आवाज में उतनी धमक नहीं सुनाई दे रही थी, मगर उतरप्रदेश का चुनाव जितना बड़ा है उतना ही बड़ा इसका महत्त्व भी है।कपको बताते है छठे फेज में करीब 58.43% मतदान हुआ है। 2017 में इन्हीं 57 सीटों पर 56.52% मतदान हुआ था, यानी इस बार 0.1% कम वोटिंग हुई है। 2012 में इन्हीं सीटों पर 55.19% वोटिंग हुई थी। वहीं, 2012 की तुलना में 2017 में वोटिंग में 1.3% का इजाफा हुआ था।
अन्त में आखरी यानि सातवां चरण तो, उत्तर-प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के सातवें चरण में करीब 57.53% मतदान हुआ है। 2017 में इन्हीं 54 सीटों पर 59.56% मतदान हुआ था, यानी इस बार करीब 2% कम वोटिंग हुई है। 2012 में इन 54 सीटों पर 57.93% वोटिंग हुई थी। वहीं, 2012 की तुलना में 2017 में वोटिंग में 1.6% का इजाफा हुआ था।