नागरिकता संशोधन कानून को लेकर उत्तर प्रदेश में हिंसक विरोध प्रदर्शन जारी है. पिछले 48 घंटे से प्रदेश के लखनऊ, कानपुर, गोरखपुर, बहराइच, बुलंदशहर, गाजियाबाद जिलों में प्रदर्शन के नाम पर बवाल किया जा रहा है.
ताजा खबर कानपुर से है. इंटरनेट बंद के बावजूद शहर के अलग-अलग इलाकों में बवाल की सूचनाएं सामने आई हैं. सपा विधायक अमिताभ वाजपेयी और सपा नेता व पूर्व विधायक कमलेश दिवाकर के खिलाफ कार्रवाई की. कानपुर पुलिस के एडीजी ने बताया कि समाजवादी पार्टी के नेता अमिताभ वाजपेयी और कमलेश दिवाकर को लोगों को भड़काने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. अमिताभ वाजपेयी कानपुर के सीसामऊ से समाजवादी पार्टी के विधायक हैं.
शनिवार दोपहर कानपुर की बाबूपुरवा कोतवाली को सैकड़ो लोगों ने घेर लिया. कोतवाली में मौजूद एसएसपी और डीएम ने लोगों को समझाकर शांत कराया. साथ ही आश्वासन दिया कि जांच के बाद जो लोग दोषी नहीं पाए जाएंगे उन्हें छोड़ दिया जाएगा. साथ ही हिंसा के दौरान रिकॉर्ड किए गए वीडियो में जिन लोगों की पहचान हो जाएगी उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
बाबू पुरवा में शुक्रवार को हुए भारी बवाल के बाद बेगमपुरवा चौकी इंचार्ज अनूप कुमार को हटा दिया गया है. साथ ही बाबू पुरवा इंस्पेक्टर पर जांच बैठाई गई है। एसएसपी ने गिरफ्तार किए गए 39 लोगों को छोड़ने के आदेश दिए. जिसके बाद 35 लोगों को छोड़ दिया गया है.
यतीमखाना में जुलूस निकाला गया. इस दौरान भारी संख्या में मौजूद प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव करना शुरू कर दिया. भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले भी छोड़े. इसमें 12 से अधिक लोगों के घायल होने की जानकारी है. इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने छतों से पुलिस पर पत्थर बरसाने शुरू कर दिए.
इस घटना में एक दर्जन पुलिसकर्मी और एक दर्जन प्रदर्शनकारी धायल हुए हैं. प्रदर्शकारियों ने यतीमखाना चौकी फूंक दी है.दो पुलिस की गाड़ियों समेत छह गाड़ियां जला दी हैं.