हैदराबाद की डॉक्टर प्रियंका रेड्डी से सामूहिक दुष्कर्म और हत्या की घटना से दिल्ली की अनु दुबे इस कदर आहत हुई कि उसने अकेले ही मौन प्रदर्शन शुरू कर दिया.
संसद भवन के पास लड़की को विरोध प्रदर्शन करता देख पुलिस उन्हें उठाकर थाने ले आई. अनु दुबे ने संसद भवन के पास स्लोगन वाली तख्ती के साथ प्रदर्शन कर रही थी. उसमें लिखा था, “मैं अपने भारत में सुरक्षित महसूस क्यों नहीं कर सकती हूं.”
अनु ने महिलाओं और लड़कियों से अपील भी कि है कि अगर आपके साथ कुछ गलत हो रहा है तो आप मुझे बताइए मैं आपके लिए प्रदर्शन करूंगी. उन्होंने बताया कि वो लगातार दुष्कर्म के मामले देख-देख कर थक गई थीं इसलिए अब प्रदर्शन कर रही हैं.
गिरफ्तारी से पहले एक न्यूज चैनल ने अनु से बात की तो उन्होंने कहा कि हैदराबाद में वो जली है, कल मैं भी जलूंगी लेकिन मैं लड़ूंगी. उन्होंने ये कहा कि बस अब डरने का मन नहीं करता। क्या मेरा भी बाकियों जैसा हाल होगा.
नहीं करना मुझे अब कोई नाटक-नौटंकी. जाओ कर लो बात मंदिर-मस्जिद की। बड़े लोग हो आप, हम छोटे लोगों को बस खुल के सांस लेने दो. कुछ दिन पहले मैं बाइक के साइलेंसर से जल गई थी, बहुत दर्द हुआ. अब जब तुम्हारे बारे में सुना तो रुकने का मन नहीं करता.
वहीं, हैदराबाद में शादनगर पुलिस स्टेशन के बाहर भी महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या के विरोध में जमकर प्रदर्शन हुआ. शादनगर बार एसोसिएशन ने महिला के साथ बलात्कार और हत्या में शामिल चार आरोपियों को किसी भी तरह का कानूनी सहायता नहीं देने का फैसला किया है.
रंगा रेड्डी जिले के शादनगर इलाके बुधवार को एक वेटरनरी डॉक्टर लापता हो गई थी. बुधवार रात से गुरुवार तड़के तक डॉक्टर से सामूहिक दुष्कर्म हुआ. इसके बाद उसकी हत्या कर दी गई. इसके बाद शव को 30 किमी दूर ले जाकर आग लगा दी. शुक्रवार को मामला सुर्खियों में आया. मामले में चार संदिग्धों को भी गिरफ्तार भी किया है. ये ट्रक ड्राइवर और क्लीनर हैं. वहीं, रांची में शुक्रवार एक 25 वर्षीय कानून की छात्रा का भी कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म किया गया था. इस मामले में 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था.