[Edited By: Admin]
Monday, 7th October , 2019 04:48 pmसेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (CRPF) की महिला जवान खुशबू चौहान इन दिनों सुर्खियों में हैं. खुशबू का एक वीडियो सोशल मीडिया पर धूम मचा रहा और जमकर वायरल हो रहा है. खुशबू ने 27 सितंबर को सीआरपीएफ द्वारा दिल्ली में आयोजित एक डिबेट कॉम्पटीशन में बोल रही थीं.
खुशबू ने इस दौरान अपनी स्पीच में आतंकियों, देश विरोधी नारे लगाने वालों और मानवाधिकारों की दुहाई देने वाले लोगों पर जमकर निशाना साधा. खुशबू ने टुकड़े-टुकड़े गैंग पर भी जमकर हमला बोला. इस कॉम्पटीशन का विषय था, क्या मानवाधिकारों का इस्तेमाल करके आतंकवाद से निपटा जा सकता है? जिस पर खुशबू चौहान का भाषण सबके दिल को छू गया.
खुशबू ने बेहद जोश वाले अंदाज में देशभक्ति से ओतप्रोत अपनी स्पीच दी. इसमें देशविरोधी नारे लगाने वालों और मानवाधिकार की दुहाई देने वालों को उन्होंने खूब लताड़ा. उन्होंने कहा कि मानवाधिकार के तले यदि किसी जवान को दबाकर युद्ध के मैदान में छोड़ दिया जाय तो यह कोई वीरता नहीं बल्कि आत्महत्या है. ऐसे मानवाधिकार का पालन संभव नहीं, जो सेना के हाथ बांध दे.
कॉन्स्टेबल खुशबू चौहान ने बेहद जोशीले अंदाज और देशभक्ति से ओतप्रोत दी गई अपनी स्पीच में आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले, देशविरोधी नारे लगाने वालों और मानवाधिकार की दुहाई देने वालों को अपने ही अंदाज में लताड़ा. उन्होंने कन्हैया कुमार पर निशाना साधते हुए कहा, 'उस देशद्रोही ने कहा था कि तुम एक अफजल को मारोगे तो हर घर से अफजल निकलेगा. तो मैं भारत की बेटी अपनी भारतीय सेना की ओर से आज यह ऐलान करती हूं कि उस घर में घुसकर मारेंगे, जिस घर से अफजल निकलेगा. वो कोख नहीं पलने देंगे जिस कोख से अफजल निकलेगा. उठो देश के वीर जवानों तुम सिंह बनकर दहाड़ दो, और एक तिरंगा उस कन्हैया के सीने में गाड़ दो.'
देश मेरा जल रहा है आग लगी है सीने में
हुक्मरां सब व्यस्त हैं खून गरीब का पीने में
राममंदिर बाबरी का पक्ष नहीं मैं लाई हूं
घायल भारत चीख रहा है, चीख सुनाने आई हूं
वो कहती हैं कि दर्द हद से जब गुजरने लगता है, जब मेरे सामने पुलवामा, ताज छत्तीसगढ़ के सैनिकों के अधजले शरीर और रेत के टीले से बड़े ढेर सामने आते हैं.
आज मानवाधिकारों के कारण हमारे देश के जवान इतने डरे हैं कि वो ड्यूटी में खड़े होकर भी फैसला लेने से डरते है.
''मैं एक बहादुर लड़की हूं जो किसी भी कार्रवाई के परिणाम के लिए चिंता नहीं करती''। (I'm a brave girl who don't worry for result of any action.) -खुशबू चौहान
खुशबू चौहान का जन्म 15 जनवरी 1994 को यूपी के बिजनौर जिले के पास स्थित धामपुर में हुआ. खुशबू का मन बचपन से ही देशभक्ति से सराबोर रहा। इसी वजह से उन्होंने देशसेवा के लिए सीआरपीएफ ज्वाइन की. खुशबू को घर में 'गोलू' नाम से पुकारा जाता है. खुशबू ने साल 2008 में बिजनौर के गर्ल इंटर कॉलेज से मैट्रिक पास किया.
इसके बाद उन्होंने इसी कॉलेज से 2011 में इंटरमीडिएट किया. उन्होंने बरेली स्थित महात्मा ज्योतिबा फुले रोहिलखंड यूनिवर्सिटी से साल 2014 में बीए पास किया. इसी विश्वविद्यालय से 2015 में एमए की डिग्री हासिल की. साल 2017 में बीटीसी (बेसिक एजूकेशन टीचिंग) किया.
खुशबू अभी महात्मा ज्योतिबा फुले रोहिलखंड यूनिवर्सिटी से अंग्रेजी विषय से दूसरी एमए की डिग्री के लिए पढ़ाई कर रही हैं. खुशबू ने साल 2015 से 2016 तक सीएमसी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड नोएडा में नौकरी भी की. मार्च 2017 में उन्होंने सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स ज्वाइन की थी। वर्तमान में वह पैरामिलीट्री फोर्स में काम कर रही हैं. (Source- Social Media)
Posted By- Gaurav Shukla