[Edited By: Punit tiwari]
Monday, 12th April , 2021 12:58 pmदेहरादून-हरिद्वार महाकुंभ में सोमवती अमावस्या का दूसरा शाही स्नान हो रहा है। हरिद्वार में आज भक्त आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। प्रशासन भी इस दौरान पूरी तरह से सतर्क है। कुंभनगरी हरिद्वार में महाकुंभ के शाही स्नान पर सभी 13 अखाड़े एक-एक करके गंगा में स्नान करेंगे।
सबसे पहले निरंजनी अखाड़े के साधु संत और नागा संन्यासी अपने महामंडलेश्वर आचार्य कैलाशानंद गिरी की अगुवाई में स्नान के लिए हर की पैड़ी ब्रहमकुंड पहुंचे। निरंजनी अखाड़े के साथ ही आनंद अखाड़े के संतों ने भी स्नान किया। इसके बाद जूना अखाड़ा के साधु, संन्यासी अपने महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी के नेतृत्व में गंगा स्नान के लिए पहुंचे। शाही स्नान के लिए जाते साधु, संतों पर उत्तराखंड सरकार ने हैलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा करवाई। महाकुंभ में भाग लेने के लिए हरिद्वार पहुंचे पूर्व नेपाल नरेश राजा ज्ञानेंद्र बीर बिक्रम शाह ने भी जूना अखाड़े के साथ गंगा स्नान किया।
महाकुंभ मेला प्रशासन ने दावा किया है कि सुबह 10 बजे तक 17 लाख 31 हजार श्रद्धालुओं ने स्नान कर लिया है। शाही स्नान के दौरान महाकुंभ मेले की व्यवस्था की निगरानी करने पहुंचे प्रदेश के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने बताया कि पूरे मेला क्षेत्र में सुचारू व्यवस्था में स्नान चल रहा है। उन्होंने बताया कि अबतक तीन अखाड़ों से जुड़े साधु-संत शाही स्नान कर चुके हैं जबकि अन्य घाटों पर आम श्रद्धालु स्नान कर रहे हैं। शाही स्नान के दौरान कोरोना नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाई गईं। कई साधु कोरोना पॉजिटिव मिले हैं।बावजूद इसके कोरोना नियमों का पालन कराने में उत्तराखंड पुलिस अक्षम दिखाई दे रही है।
बता दें कि 30 अप्रैल तक चलने वाले महाकुंभ में गंगा स्नान के लिए श्रद्धालुओं को कोविड-19 की 72 घंटे पहले तक की आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट दिखानी पड़ेगी। कोरोना महामारी के चलते अब शासन-प्रशासन सख्त है और कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच कुंभ मेले का आयोजन हो रहा है। भक्तों के साथ-साथ अखाड़ों के शाही स्नान के लिए कार्यक्रम तय किया गया है। सभी अखाड़ो को आधा-आधा घंटा स्नान का समय दिया गया है।