लखनऊ-यूपी में एक तरफ कोरोना का कहर देखने को मिल रहा है, मरीज दहशत में नजर आ रहे हैं, वहीं आए दिन स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही की करतूत सामने आ रही। ऐसा ही एक मामला राजधानी लखनऊ से सामने आया है। यहां सरकारी वकील संतोष कुमार के पास 15 अप्रैल को स्वास्थ्य विभाग के कमांड ऑफिस से फोन आया जिसके बाद फोन पर बात कर रही महिला कर्मचारी कोरोना वायरस से पीड़ित सरकारी वकील संतोष कुमार को जानकारी देने की बजाए अभद्र भाषा का प्रयोग किया।
सरकारी वकील संतोष कुमार सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के कमांड ऑफिस की हेल्पलाइन हमारे फोन नंबर पर एक कॉल आई जिसमें कोई युवती बात कर रही थी। उसने बताया कि वो सीएमएस लाइन से बात कर रही है। इसके बाद उसने कहा आप सुन पा रहे हैं। तो सरकारी वकील ने कहा कि हां वो उसकी बात सुन पा रहे हैं। इसके बाद युवती ने कहा कि उसकी जानकारी के हिसाब से आप लोग होम आइसोलेशन में हैं। इस पर संतोष कुमार सिंह ने कहा कि हां, वो लोग होम आइसोलेशन में हैं। इसके बाद बातचीत का दौर आगे चला और सीएमएस लाइन से बात कर रही युवती ने संतोष कुमार सिंह से पूछा कि आपकी तरफ से होम आइसोलेशन की तरफ से सारी जानकारी भरी जा रही है।
इस पर संतोष कुमार सिंह ने कहा कि अभी तक उन्हें इस एप की कोई जानकारी नहीं दी गई है। न ही किसी डॉक्टर ने ही अब तक कोई संपर्क किया है। उसके बाद उधर से बात कर रही युवती ने पीड़ित संतोष कुमार सिंह से कहा कि जाओ जाकर मर जाओ। इसके साथ ही उसने दूसरी अभद्र भाषा प्रयोग करते हुए 'गंवार'भी कहा। सरकारी वकील संतोष कुमार सिंह ने बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है। हालांकि अभी भेजने की प्रक्रिया जारी है। वहीं पत्र की और फोन की रिकार्डिंग उन्होंने जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश को भी भेज दी है।