आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का आज जन्मदिन है. अरविंद केजरीवाल 51 साल के हो गए हैं और हर कोई उन्हें जन्मदिन की बधाई दे रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अरविंद केजरीवाल को ट्वीट कर जन्मदिन की बधाई दी, जिसका उन्होंने जवाब भी दिया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार दोपहर ट्वीट किया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जन्मदिन की शुभकामनाएं. वह उनके अच्छे स्वास्थ्य और लंबे जीवन की कामना करते हैं. इसके कुछ देर बाद ही अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री को जवाब दिया. उन्होंने लिखा कि आपकी शुभकामनाओं के लिए बहुत शुक्रिया प्रधानमंत्री सर!
अक्सर कई मुद्दों पर केंद्र और राज्य सरकार के बीच ठनी रहती है. हालांकि, विचारों की इस लड़ाई में संवैधानिक पदों का सम्मान भी होता है और सार्वजनिक नियमों का पालन भी होता है. अगले साल दिल्ली में विधानसभा चुनाव है, तो एक बार फिर राजनीतिक दलों और नेताओं में तल्खी जरूर देखने को मिल सकती है.
अरविंद केजरीवाल को बधाई देने वालों में देश के कई नेता शामिल रहे. फिर चाहे वो विजेंद्र गुप्ता हो या फिर बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी. सभी ने उन्हें ट्विटर पर बधाई दी और केजरीवाल ने भी उन्हें जवाब दिया.
अब फिर एक बार 2020 चुनाव में केजरीवाल के सामने चुनाव जीतने की चुनौती है. हालांकि, वह बीते कुछ दिनों में कई ऐसी योजनाओं का ऐलान कर चुके हैं जो चुनाव में उनके लिए फायदेमंद हो सकती हैं. इनमें फ्री वाई-फाई, महिलाओं के लिए बस-मेट्रो में मुफ्त सफर, सस्ती बिजली-पानी आदि कई योजनाएं शामिल हैं.
केजरीवाल का जन्म 16 अगस्त 1968 को हरियाणा के हिसार जिले में हुआ था। उन्होंने वेस्ट बंगाल के खडगपुर से यांत्रिक अभियन्त्रिक में कॉलेज किया था। इसके बाद उन्हें 1992 में भारतीय नागरिक सेवा में चुन लिया गया था। इसके बाद वे भारतीय राजस्व सेवा में आ गये और उन्हें दिल्ली के आयकर आयुक्त कार्यालय में नियुक्त कर दिया गया।
जल्द ही केजरीवाल ने भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहीम छेड़ दी और सन 2000 में उन्होंने परिवर्तन नाम के एक N.G.O. की स्थापना कर दी। 2006 में अरविन्द ने अपने पद से इस्तीफा भी दे दिया और अपना पूरा समय अपने NGO में ही देने लगे। केजरीवाल ने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत सन 2012 से की थी जब वे गांधी टोपी और अन्ना टोपी पहन कर सड़को पर निकलते थे और उनकी टोपियों पर लिखा होता था मै हु आम आदमी।
अरविंद ने दिल्ली के जंतर-मंतर से 26 नवम्बर सन 2012 को अपनी आम आदमी पार्टी की घोषणा कर दी थी। उन्होंने 2013 में शिला दीक्षित के विपक्ष में चुनाव लड़ा और उन्हें 25864 वोटो से हराया। वे 14 फरवरी 2015 को दूसरी बार दिल्ली के मुख्यमंत्री बने। अपने पहले कार्यकाल में अरविंद सिर्फ 49 दिनों तक दिल्ली के मुख्यमंत्री रहें थे। 2015 में दूसरी बार मुख्यमंत्री बनने के बाद से वो अभी तक इस पद पर विराजमान है।