नई दिल्ली-केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसान देशभर में लगातार आंदोलन कर रहे हैं। इसी कड़ी में किसानों ने आज (6 फरवरी) को तीन घंटे, दोपहर 12 से तीन बजे तक के के चक्का जाम कर रहे हैं। नेशनल और स्टेट हाइवे पर किसानों ने आज जाम लगाकर प्रदर्शन कर रहे हैं। देशभर में किसानों के इस चक्का जाम का असर देखा जा रहा है। दिल्ली में चक्का जाम को देखते हुए सुरक्षा के काफी कड़े इंतजाम किए गए हैं। दिल्ली एनसीआर में करीब 50 हजार सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है। शाहजहांपुर, गुरुग्राम, लुधियाना, जींद,, जम्मू-पठानकोट हाईवे, बेंगलूरु में किसानों ने चक्का जाम कर दिया है।
हरियाणा में चक्का जाम
हरियाणा में पलवल और दूसरे शहरों में किसानों ने जाम लगाया है। वहीं शाहजहांपुर (राजस्थान-हरियाणा) बॉर्डर के पास राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी चक्का जाम है। पंजाब में अमृतसर-दिल्ली नेशनल हाईवे समेत ज्यादातर जगहों पर किसानों का चक्का जाम है। फतेहाबाद (हरियाणा) में एनएच-9 जाम कर दिया गया है।
Haryana: Protests being held at Atohan Chowk near Palwal as part of countrywide 'Chakka Jaam' call given by farmers. pic.twitter.com/i5MCTe9GYE
— ANI (@ANI) February 6, 2021
गांव बड़ोपल में डबवाली-दिल्ली नेशनल हाईवे 9 पर बीच में दरी बिछाकर किसानों ने जाम लगाया हुआ है। यहां सैकड़ों की संख्या में किसानों ने सड़क पर जाम लगाया है। सड़क जाम करके किसानों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की है और किसान नेता बोले कि आज महा चक्का जाम के चलते लगाया जाम गया है। सरकार तीनों कृषि कानून वापस ले और जब तक कानून वापसी नहीं होगी तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
जम्मू-पठानकोट राजमार्ग पर चक्का जाम
किसानों द्वारा बुलाए गए राष्ट्रव्यापी 'चक्का जाम' के तहत जम्मू-पठानकोट राजमार्ग पर जम्मू में किसान संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया। एक प्रदर्शनकारी ने कहा, 'हम सरकार से इन कानूनों को रद्द करने की अपील करते हैं। हम दिल्ली की सीमाओं पर विरोध कर रहे किसानों का समर्थन करते हैं।'
पंजाब में भी सड़कों पर किसान
पंजाब के अमृतसर, मोहाली, पटियाला सहित सभी जिलों में किसानों ने सड़कों पर धरना देने शुरू कर दिया है। अधिकतर जगहों पर टोल प्लाजा को जाम कर दिया है। पटियाला के धरेडी जट्टा टोल प्लाजा पर किसान धरना दे रहे हैं। 12:00 बजते ही किसानों द्वारा दोनों सड़कों को जाम कर दिया गया।
पूर्व कैबिनेट मंत्री हरसिमरत कौर का वार
पूर्व कैबिनेट मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने 26 जनवरी की हिंसा और किसानों के चल रहे प्रोटेस्ट को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह पर निशाना साधा है और कहा है कि अमरिंदर सिंह ने बॉर्डर पर जाकर किसानों का एक बार हालचाल तक नहीं लिया। अमरिंदर सिंह की नालायकी की वजह से ये सब हुआ। साल 2019 से बिल बन रहा था, तब पैरवी हुई होती तो आज ये नहीं होता। हरसिमरत कौर बादल ने ये भी कहा कि कैप्टन साहब अपने फार्म हाउस से बाहर निकलें और लोगों की तकलीफों को दूर करने के लिए काम करें। उन्होंने कहा कि गलतफहमियां सरकार को हैं और इन्हें दूर किए जाने की कोशिशें होनी चाहिए।
मध्यप्रदेश में दिखा असर
मध्यप्रदेश में शनिवार को किसान आंदोलन का असर देखने को मिल रहा है। कई जिलों में 12 बजे से किसान आंदोलन और किसानों के समर्थन में कई संगठनों ने प्रदर्शन किया। किसान आंदोलन के समर्थन में कांग्रेस कई जिलों में नेशनल और स्टेट हाईवे जाम कर रही है। यह आंदोलन दोपहर 12 बजे से तीन बजे तक चलेगा।
I appeal to all those protesting against farm laws to come to the streets and join today's 'dharna' between 12 pm and 3 pm: Congress leader Digvijaya Singh in Gwalior, Madhya Pradesh pic.twitter.com/y86dZcrnva
— ANI (@ANI) February 6, 2021
दिग्विजय सिंह ने शनिवार को सुबह मीडिया से बात करते हुए भाजपा पर कई आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि भाजपा दंगा फसाद कराती है, खून की खेती भाजपा करती है, हम तो सत्य और अहिंसा के रास्ते पर चलते रहे हैं। जो कानून का विरोध करना चाहते हैं वे 12 से 3 बजे तक सड़क पर आ जाएं।
भुवनेश्वर में किसानों ने सड़क पर लगाया जाम
भुवनेश्वर हंसपाल चौक पर राष्ट्रीय राजमार्ग नंबर 16 को किसान संगठनों ने किया जाम। यह आन्दोलन पूरे देश के किसानों का आन्दोलन है। संगठन के नेताओं ने कहा कि किसी एक प्रदेश या एक किसान संगठन का नहीं है। उसी तरह से सतसंग विहार में किसान संगठन के सददस्यो ने राजमार्ग को बंद कर दिया। इसके अलावा मास्टर कैंटीन चौक पर भी किसानों ने प्रदर्शन शुरू किया। दोपहर 12 बे से शुरू हुआ किसानों का आन्दोलन अपराह्न 3 बजे तक चलेगा। किसानों द्वारा जगह जगह चक्का जाम किए जाने से राजमार्ग पर वाहनों की लम्बी लम्बी कतारें लग गई हैं।