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केरल में जीत के लिए BJP को 'कोरोना' से उम्मीद, जानें क्या है मामला

[Edited By: Rajendra]

Friday, 20th November , 2020 02:23 pm

केरल में स्थानीय चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार कोरोना थोमस इन दिनों अपने नाम को लेकर चर्चा में हैं। राज्य में अगले महीने होने वाले स्थानीय चुनाव में मैथीलिल वार्ड से भाजपा की उम्मीदवार का नाम कोरोना मतदाताओं के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है।

भारतीय जनता पार्टी ने केरल में 24 वर्षीय कोरोना थॉमस को मैथिलिल वार्ड से अपना प्रत्याशी बनाया हैं। कोरोना काल में अपने नाम की वजह से चर्चा बटोर रही 'कोरोना थॉमस' को उम्मीद हैं कि लोग उन्हें अपना समर्थन भी देंगे। बता दे कोल्लम कार्पोरेशन की तीन सीटों पर आने वाले दिनों में चुनाव होने हैं।

कोरोना थॉमस बताती हैं कि उनके पिता ने 24 साल पहले उनका यह नाम रखा था। लेकिन उस वक्त लोग नाम पर इतना गौर नहीं करते थे। लेकिन जब से कोरोना वायरस आया हैं, तब से उनका नाम सुनकर लोग हैरान हो जाते हैं। थॉमस के मुताबिक उनके पिता एक आर्टिस्ट हैं और वे हमेशा से अपने बच्चों का नाम सबसे अलग रखना चाहते थे। इसलिए उन्होंने उनका नाम 'कोरोना थॉमस' और उनसे 20 मिनट बड़े जुड़वा भाई का नाम कोरल मैथ्यू रखा था।

उन्होंने कहा कि कोविड-19 वैश्विक महामारी के समय उनके नाम के कारण उन्हें काफी शर्मिंदगी हुई थी लेकिन चुनाव अभियान में अब वह उनके लिए वरदान साबित हो रहा है। कोरोना ने कहा, मेरे नाम की वजह से लोग प्रचार अभियान के दौरान मुझे पहचान रहे हैं। मैं जहां भी जाती हूं लोग हैरानी के साथ मेरा नाम लेते हैं। मैं उम्मीद करती हूं कि मेरा नाम चुनाव के दिन मतदाताओं को मुझे याद रखने और मेरे पक्ष में वोट डालने में मदद करेगा।

कोरोना बताती हैं, मुझे राजनीति के बारे में कुछ भी नहीं पता था। जब मैंने सुरेश से शादी की जो कि बीजेपी के एक्टिव मेंबर हैं तब मेरी भी दिलचस्पी राजनीति के बारे में जागी। जब मैं डिलिवरी के बाद रिकवर कर रही थी उसी वक्त पार्टी ने स्थानीय निकाय चुनावों के लिए मुझे टिकट ऑफर किया। मेरे पति के परिवार ने मुझे टिकट स्वीकार करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने बताया, उनके पति सुरेश बीजेपी के काफी एक्टिव सदस्य हैं। अपने नाम की वजह से थॉमस काफी चर्चा बटोर रही हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि लोग उन्हें अपना समर्थन भी देंगे।

बता दे कोरोना थॉमस ने अक्टूबर महीने में एक बच्चे को जन्म दिया था। तब दोनों वायरस की चपेट में आ गए थे, लेकिन जल्दी ठीक हो गए। इससे चार साल पहले कोरोना की शादी बीजेपी समर्थक परिवार में हुई थी। उनके पति सुरेश बीजेपी के सदस्य रहे हैं। बच्चे को जन्म देने के बाद बीजेपी ने उन्हें टिकट का प्रस्ताव दिया। जिसके बाद पति सुरेश के कहने पर उन्होंने चुनाव लड़ने का इरादा बनाया और अब वह मैथिलिल वार्ड से बीजेपी के लिए चुनाव लड़ रही हैं।

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