बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने नाथूराम गोडसे को देशभक्त कहने वाले बयान पर आखिर माफी मांग ली है. अपनी ही पार्टी में होती खुद की किरकिरी से नाराज प्रज्ञा ने कहा कि मेरे बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया. अगर किसी को ठेस पहुंची है तो मैं माफी मांगती हूं.मैं महात्मा गांधी का श्रद्धा सुमन से सम्मान करती हूं.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी का बिना नाम लिए साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने कहा कि एक सदस्य ने मुझे आतंकी कहा है. कोर्ट में मेरे खिलाफ कोई आरोप साबित नहीं हुआ है. इसके बावजूद मुझे आतंकी कहना गैरकानूनी है. यह एक महिला, एक संन्यासी और एक सांसद का अपमान है.
सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने कहा कि इस सदन के एक सांसद ने मुझे सार्वजनिक तौर पर आतंकवादी कहा. मेरे खिलाफ षड्यंत्र रचे जाने के बावजूद कोई आरोप सिद्ध नहीं हुआ. बिना आरोप सिद्ध हुए मुझे आतंकवादी कहना कानून के खिलाफ है. एक महिला के नाते, एक संन्यासी के नाते, एक सांसद के नाते यह मेरे सम्मान पर हमला है. मुझे अपमानित करने का प्रयास किया गया.
आपको बता दें गुरुवार को संसद में नाथूराम गोडसे को देशभक्त कहने के बाद प्रज्ञा सिंह ठाकुर पर उनकी अपनी पार्टी भाजपा ने उनसे किनारा कर लिया था. संसद में गोडसे को देशभक्त बताए जाने वाले बयान पर प्रज्ञा के खिलाफ सरकार ने कड़ी कार्रवाई की, संसदीय दल की बैठक में भाग लेने पर रोक लगाने के साथ ही रक्षा मंत्रालय की सलाहकार समिति से भी प्रज्ञा को बाहर कर दिया है.