आगरा में पुलिस कस्टडी में दलित सफाईकर्मी अरुण वाल्मीकि की मौत पर सियासत जारी है। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले ऐसी घटनाएं सरकार को घेरने के लिए विपक्ष को एक मजबूत मंच दे रही है। आपको बता दें, गोरखपुर में व्यापारी की मौत के बाद आगरा में सफाई कर्मी की पुलिस कस्टडी में मौत से भाजपा सरकार एक बार फिर से कठघरे में आ गई है।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने बुधवार रात 11 बजे आगरा में मृतक सफाईकर्मी अरुण वाल्मीकि के घर जाकर उनकी पत्नी और मां से मुलाकात की। प्रियंका उनके घर में करीब 50 मिनट तक रहीं। अरुण की पत्नी सोनम और मां कमला ने रोते हुए उन्हें पुलिस की बर्बरता की कहानी बताई तो प्रियंका की आंखों में आंसू आ गए। उन्होंने सोनम का हाथ पकड़कर, गले लगाकर उनको इंसाफ दिलाने का भरोसा दिया। इसके अलावा कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने मृत सफाईकर्मी अरुण वाल्मीकि की पत्नी और परिवार के लिए 30 लाख रुपए की आर्थिक सहायता एवं केस लड़ने के लिए पूरी कानूनी मदद की घोषणा की।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और आप सांसद संजय सिंह के बाद अब बसपा का एक प्रतिनिधि मंडल आज पीड़ित परिवार से मिलने आगरा जाएगा। गुरुवार सुबह बसपा अध्यक्ष मायावती ने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी दी।
प्रियंका उनके घर में करीब 50 मिनट तक रहीं। प्रियंका ने पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद और कानूनी लड़ाई में सहयोग का आश्वासन दिया है। साथ ही, परिवार की दो बेटियों की शादी का खर्च उठाने का भरोसा दिलाया। प्रियंका लखनऊ से आगरा बुधवार रात 10.45 बजे पहुंचीं थीं। वो 10.50 बजे अरुण के घर पहुंचीं। इसके अलावा उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा जब आप घर में सुरक्षित नहीं है, तो एयरपोर्ट के उद्धाटन का क्या फायदा।
प्रियंका ने उनके साथ सेल्फी लेने वाली महिला पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की बात पर ट्वीट कर लिखा कि उनका करियर क्यों खराब किया जा रहा है। मैंने खुशी से उनके साथ फोटो कराई थी। वो रोज संघर्ष करती हैं, अपने परिवार के लिए कमाती हैं, उन पर कार्रवाई से क्या मिलेगा।