बीते दो वर्ष के बाद रेलवे की नई समय सारिणी एक अक्तूबर से लागू हो रही है। रेल महकमे में इसकी तैयारी शुरू हो चुकी है। एक अक्तूबर से प्रयागराज मंडल के तमाम रेलवे स्टेशनों से गुजरने वाली ट्रेनों के समय में भी बदलाव होने जा रहा है। माना जा रहा है कि नया टाइम टेबल रेल यात्रियों को राहत देगा। पिछले वर्ष मई माह से रेलवे स्पेशल और फेस्टिवल ट्रेनों का ही संचालन कर रहा है। नई समय सारिणी लागू होने के बाद इन ट्रेनों से स्पेशल और फेस्टिवल ट्रेन का दर्जा हट सकता है।
दरअसल पिछले वर्ष लगे लॉक डाउन के बाद रेलवे ने सबसे पहले राजधानी एक्सप्रेस का संचालन शुरू किया था। तब सभी राजधानी एक्सप्रेस को स्पेशल ट्रेन के रूप में चलाया गया। इसके बाद एक जून से प्रयागराज एक्सप्रेस आदि ट्रेनें शुरू हुई। लेकिन कोरोना की पहली लहर के बाद ट्रेनों का संचालन शुरु हुआ तो गाड़ियां जीरो नंबर से संचालित हुई। कोरोना काल के पहले चल रही ट्रेनों में से 95 फीसदी ट्रेनें अब तक पटरी पर आ चुकी है। ऐसे में रेलवे मंत्रालय में लंबे समय से मंथन चल रहा है कि एक अक्तूबर से लागू होने वाली नई समय सारिणी से ट्रेन नंबर के आगे लगा जीरो हटा लिया जाए।
इस बीच रेलवे की पिछली समय सारिणी भी वर्ष 2019 में ही आई थी। इसके बाद कोरोना की वजह से रेलवे में ट्रेनों का टाइम टेबल भी अटका है। अब अब पहली अक्तूबर से नया टाइम टेबल आने की संभावना है। उत्तर मध्य रेलवे के सीपीआरओ डा. शिवम शर्मा बताते हैं कि नई समय सारिणी एक अक्तूबर से लागू हो रही है। हालांकि वह वर्किंग टाइम टेबल है, इसका उपयोग रेलवे कर्मी करते हैं। यात्री समय सारिणी आईआरसीटीसी के जिम्मे रहती है। उसके बारे में आईआरसीटीसी ही कोई जवाब दे सकता है।
एक अक्तूबर से नई समय सारिणी लागू हो सकती है। रेलवे बोर्ड स्तर से ही इसे देखा जा रहा है। मंडल की ओर से तमाम सूचनाएं बोर्ड को भेजी जा चुकी है। ट्रेन नंबर के आगे से जीरो हटेगा या नहीं इस बारे में अभी कोई अनुमान नहीं है। यह निर्णय भी बोर्ड को ही करना है। - मोहित चंद्रा, डीआरएम प्रयागराज।
रेल गाड़ियां एक दृष्टि में की जगह रहेगा इस बार डिजिटल टाइम टेबल
रेलवे स्टेशन के बुक स्टॉलों पर मिलने वाली ट्रेनों की समय सारिणी रेल गाड़िया एक दृष्टि में (ट्रेन एट ए ग्लांस) अब उन्हें उपलब्ध नहीं होगा। इसका स्थान अब डिजिटल एट ए ग्लांस लेने जा रहा है। अब इसी के माध्यम से ही यात्रियों को ट्रेनों के आगमन-प्रस्थान से जुड़ी जानकारी मिलेगी। डिजिटल एट ए ग्लांस का जिम्मा रेलवे ने आईआरसीटीसी को दिया है। इस संबंध में रेलवे बोर्ड के डिप्टी डायरेक्टर कोचिंग राजेश कुमार द्वारा सीएमडी आईआरसीटीसी को पत्र भेजा जा चुका है। बता दें कि रेल गाड़ियां एक दृष्टि से का प्रकाशन 15 अगस्त 1927 से हो रहा है।
प्रयागराज मंडल के पांच स्टेशनों की 137 ट्रेनों के समय में हुआ बदलाव
एक अक्तूबर से लागू हो रही समय सारिणी में प्रयागराज मंडल के पांच प्रमुख स्टेशनों की 137 ट्रेनों के समय में बदलाव हो गया है। यह सभी बदलाव रेलवे की नई समय सारिणी में शामिल किया गया है। जिन ट्रेनों के समय में बदलाव किया गया है उसमें 126 ट्रेनें कानपुर सेंट्रल, चार प्रयागराज जंक्शन, दो-दो इटावा-मिर्जापुर और तीन फतेहपुर में रुकने वाली ट्रेनें हैं।