ठंड पड़ते ही बच्चों को बुखार, सर्दी-जुकाम जैसी बीमारियां अपनी चपेट में ले लेती हैं। यह मांओं के लिए चिंता का विषय बन जाता है। ऐसे में जरूरी है कि बच्चों की ज्यादा देखरेख की जाए। आपको शायद यकीन न हो, लहसुन की दो कली बच्चों को सर्दी-खांसी और जुकाम से कोसो दूर रख सकती है।
सामग्री : बच्चों को सर्दी-खांसी और जुकाम से दूर रखने के लिए इस्तेमाल होने वाली इस रेसिपी में 4 लहसुन की कली और आधी कटोरी सरसो के तेल की जरूरत होती है।
विधि :
तैयार सामग्री से बच्चे की मालिश करें। मालिश करने से पहले ध्यान रखें कि तेल बहुत ज्यादा गर्म न हो। मां पहले अपने हाथ पर तेल से मालिश करके देख लें।
इसके बाद बच्चे की इस तेल से मालिश करें। इस तेल को लंबे समय तक भी संभाल कर रखा जा सकता है। जब भी तेल का इस्तेमाल करें, हल्का गुनगुना कर लें।
सर्दी के मौसम में कई लोग बच्चों को लहसुन खिलाते हैं। छोटे बच्चों को भी लहसुन दिया है। सर्दी-जुकाम के अलावा बच्चों को होने वाली अन्य बीमारियों में भी यह कारगर है।
छोटे बच्चे अक्सर पेट दर्द की शिकायत से परेशान रहते हैं। मांएं तरह-तरह के उपाय अपनाती हैं। कई तरह की दवाईयां भी बच्चों को देती है।
इसके बजाय आप घरेलू नुस्खे के तौर पर लहसुन दे सकते हैं। लहसुन के साथ शहद का मिश्रण मिलाकर बच्चों को दें। यह पेट संबंधी समस्याओं को दूर करने में मददगार है।
कृमि की समस्या बच्चों में बहुत आम होती है। हर बच्चा कभी न कभी कृमि से परेशान होता है। इसके लिए रेगूलर दवाई भी दी जाती है।
लेकिन लहसुन इसका स्थाई इलाज हो सकता है। लहसुन आंतों में पैदा होने वाले कृमियों को शरीर से बाहर निकालने में मदद करता है।
लहसुन में सूक्ष्मजीव विरोधी तत्व होते हैं। यह बैक्टीरिया द्वारा फैलाने वाले संक्रमण से बच्चों की रक्षा करता है। इसमें फाइटोकैमिकल्स होते हैं। यह आंतों में पनपने वाले बैक्टीरिया को खत्म करते हैं।
बच्चों का प्रतिरोध तंत्र काफी कमजोर होता है। इसी कारण उन्हें सर्दी-जुकाम भी जल्दी और आसानी से हो जाते हैं। लहुसन उन्हें गर्म रखने में मदद करता है और बैक्टीरिया से लड़ने में भी सक्षम बनाता है।
लहसुन के फायदे कई हैं। इसके बावजूद यह ध्यान रखना चाहिए कि लहसुन की तासीर गर्म है। इसलिए जरूरत से ज्यादा लहसुन का सेवन बच्चों की तबियत खराब कर सकता है। यदि ऐसा कुछ हो, तो तुरंत लेहसुन का सेवन बंद कर दें या फिर किसी एक्सपर्ट की राय ले लें।