कोरोना काल में यात्रियों की कमी से रोडवेज को हो रहे नुकसान व कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए जनरथ बसों का संचालन बंद कर दिया गया है। हालात बेहतर होने तथा यात्रियों की संख्या बढऩे पर बसों को दोबारा शुरू किया जाएगा। फिलहाल 65 बसों को डिपो में खड़ा कर दिया गया है। काफी संख्या में रोडवेज की साधारण बसें भी संचालित नहीं हो रहीं हैं।
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए अंतरराज्यीय बस सेवा बंद हो चुकी है। यात्रियों की कमी की वजह से राज्य के अंदर भी सीमित संख्या में बसों का संचालन हो रहा है। दिल्ली, गुजरात व महाराष्ट्र से प्रवासियों के लौटने तथा नियमित यात्रियों के आवागम से पिछले महीने के पहले पखवारे तक रोडवेज बसों में भीड़ उमड़ रही थी।
यात्री न मिलने से कानपुर परिक्षेत्र में 687 में सिर्फ 325 बसों का संचालन हो रहा है। रोडवेज की एसी जनरथ बस सेवा पूरी तरह बंद हो गई है। 65 जनरथ बसों को खड़ा कर दिया गया है। रोडवेज अधिकारियों का कहना है कि एसी बसों में कोरोना फैलने की आंशका अधिक रहती है, यात्री भी कम है, जनरथ बसों के संचालन में खर्च भी अधिक होता है। इस कारण फिलहाल जनरथ एसी बस सेवा को बंद किया गया है।