कानपुर सेंट्रल स्टेशन से महाकुंभ में आस्था की डुबकी लगाने के लिए यात्रियों की संख्या में भारी वृद्धि देखी जा रही है। ऐसे में रेलवे प्रशासन ने महाशिवरात्रि के पद पर विशेष तैयारी की है। सुरक्षा के साथ यात्रियों के अलावा भगवान के लिए हर घंटे में चार स्पेशल ट्रेनों की व्यवस्था की गई है।
प्रतिदिन चलने वाली ट्रेनों के अलावा स्पेशल ट्रेन प्लेटफार्म 2-3 व 4-5 संचालित की जा रही है। बुधवार को करीब 14 स्पेशल ट्रेन कानपुर सेंटर से रवाना की गई। वैसे विशेष दिन को छोड़ दे, तो प्रतिदिन करीब 90 हजार से सवा लाख श्रद्धालु सेंट्रल स्टेशन से प्रयागराज की यात्रा कर रहे हैं। विभिन्न रूटों पर कुल डेढ़ लाख से अधिक यात्रियों की आवाजाही हो रही है।
दिल्ली-हावड़ा, झांसी रूट पर गतव्य के लिए यात्रियों को घंटों ट्रेनों का इतजार करना पड़ा। संगम में डुबकी लगाकर लौटे श्रद्धालुओं की भीड़ बुधवार को सेंट्रल स्टेशन पर ज्यादा रही। वहीं महाकुंभ जाने वाले श्रद्धालुओं को 18 मेला स्पेशल व रूटीन ट्रेनों से तत्काल भेजा गया, जिससे प्लेटफार्मों पर स्थिति सामान्य बनी रही। हालांकि शाम के बाद अचानक भीड़ बढ़ी तो प्रयागराज जा रहीं स्पेशल ट्रेनों से श्रद्धालु रवाना होते रहे। प्लेटफार्म 3 से 7 पर यात्रियों का लोड जयादा रहा।
सेंट्रल स्टेशन के डिप्टी सीटीएम आशुतोष सिंह के अनुसार, महाकुंभ के दौरान स्टेशन से 300 से अधिक ट्रेनों का रोजाना संचालन हो रहा है। यह संख्या सामान्य दिनों की तुलना में लगभग डेढ़ गुना अधिक है। सामान्य दिनों में जहां लगभग 10 हजार यात्री यात्रा करते हैं। वहीं अब यह संख्या बढ़कर डेढ़ लाख से अधिक हो गई है।
महाकुंभ के लिए विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं। कानपुर से प्रयागराज के लिए 87 ट्रेनें चल रही हैं। हर 15 से 20 मिनट में एक ट्रेन प्रयागराज के लिए रवाना की जा रही है। भीड़ के प्रबंधन के लिए 10 मेमू रेक अतिरिक्त तैयार रखे गए हैं। शिवरात्रि को देखते हुए 10 और मेमू मंगवाई जा रही है।