महाकुंभ मे आज 33वां दिन है। आज के दिन भी कुंभ मेला में लगातार भक्तों की भारी भीड़ बढती ही जा रही है। संगमनगरी में रोजाना आस्था का सैलाब देखने को मिल रहा है। दूर-दूर से लाखों श्रद्धालुओं संगत के तट गंगा, जमुना, सरस्वती, माता के जल से अपने आप को पवित्र कर रहे हैं। अब तक 49 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं।
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13 जनवरी 2025 से आयोजित महाकुंभ का समापन 26 फरवरी को होगा, करीब डेढ़ महीने तक चलने वाले इस महाकुंभ में देश-दुनिया से करीब 45 करोड़ श्रद्धालुओं के प्रयागराज आने का अनुमान लगाया गया था जो अब वो भी पार हो चुका है। अब तक 45 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं। आज दोपहर 2 बजे तक 60 लाख श्रद्धालुओं संगम में स्नान किया।
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आपको बता दें महाकुंभ मे मौनी अमावस्या के अवसर पर संगम तट पर मंगलवार-बुधवार की रात करीब डेढ़ बजे भगदड़ मच गई। जिसके कारण 30 लोगो की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए थे। इसके बाद आंकड़ो का कम होना साफ था लेकिन भगदड़ के बाद भी श्रद्धालुओं का भारी संख्या मे आना जारी है। बता दें बसंत पंचमी पर 2.33 करोड़ लोगों ने स्नान किया था रोजाना लाखों की संख्या मे लोग स्नान कर रहे है।
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महाकुंभ मे अब तक कितने स्नान हुए
महाकुंभ का पहला शाही स्नान 13 जनवरी 2025 को हो चुका है दूसरा शाही स्नान 14 जनवरी 2025 को मकर संक्रांति के खास मौके पर हुआ था। तीसरा शाही स्नान मौनी 29 जनवरी 2025 बुधवार को किया गया. चौथा शाही स्नान 3 फरवरी, 2025 बसंत पंचमी के मौके हुआ, और पांचवां शाही स्ना 12 फरवरी 2025 माघी पूर्णिमा बुधवार के दिन पड़ा. अब छठा और सबसे अंतिम शाही स्नान 26 फरवरी 2025 महाशिवरात्रि के मौके पर किया जाएगा।
महाकुंभ क्यो है खास
महाकुंभ मेला पर हर बारहवें वर्ष में प्रयागराज – गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों के संगम पर, हरिद्वार – गंगा नदी के तट पर, उज्जैन – क्षिप्रा नदी के तट पर, नासिक – गोदावरी नदी के तट पर आयोजित होता है। प्रयागराज, हरिद्वार, उज्जैन और नासिक में से किसी एक स्थान पर एकत्र होते हैं और नदी में पवित्र स्नान करते हैं। हर स्थान पर मेले का आयोजन एक विशेष खगोलीय स्थिति के आधार पर किया जाता है। यह मेला हिंदू धार्मिक ग्रंथों में वर्णित है और इसे मोक्ष प्राप्ति का मार्ग माना जाता है। प्रत्येक 12वें वर्ष के अतिरिक्त प्रयाग में दो कुम्भ पर्वों के बीच छह वर्ष के अन्तराल में अर्धकुम्भ भी होता है। 2013 के कुंभ के बाद 2019 में प्रयाग में अर्धकुम्भ मेले का आयोजन हुआ था।