होली भाई दूज हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जो भाई-बहन के पवित्र रिश्ते को समर्पित है। भाई दूज को भ्रातृ द्वितीया भी कहा जाता है, भाई दूज का पवित्र पर्व साल में 2 बार मनाया जाता है. पहला होली के बाद और दूसरा दिवाली के बाद. कल यानी 16 मार्च को होली भाई दूज मनाया जाएगा.
होली के बाद भाई दूज चैत्र माह कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है. आइए जानते हैं इस होली भाई दूज के पर तिलक लागने का शुभ मुहूर्त।
होली के दूसरे दिन भाई दूज पर बहन अपने भाईयों के माथे पर टीका करती है उनकी आरती भी उतारती हैं भाइयों के माथे का तिलक लगाकर उनकी लंबी उम्र और खुशहाल जीवन की कामना करती हैं। यह तिलक भाई को बुरी नजर और नकारात्मक शक्तियों से बचाने का भी प्रतीक है। यह भाई के लिए एक सुरक्षा कवच की तरह काम करता है।
आपको बता दें, माथे पर तिलक लगाने से मस्तिष्क शांत रहता है और एकाग्रता बढ़ती है। यह पर्व भाई-बहन से अटूट प्रेम को दर्शाता है भाई दूज भाई-बहन के बीच के बंधन को और भी मजबूत करता है। अब ऐसे में होली भाई दूज पर तिलक किस मुहुर्त में लगाना शुभ माना जाता है। ज्योतिष के अनुसार होली के बाद भाई दूज 16 मार्च यानि की कल है। होली भाई दूज के दिन सुबह 7:58 से दोपहर 12:28 तक तिलक करने का शुभ मुहूर्त है।