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प्रधानमंत्री के सपनों को साकार करेंगे कानपुर के कृषक उत्पादक संगठन

[Edited By: Aviral Gupta]

Tuesday, 14th June , 2022 04:26 pm

 

कानपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर भारत सरकार की अति महत्वाकांक्षी आधुनिक तकनीक से लैस ड्रोन के द्वारा किसानों के खेतों पर फसलों की निगरानी, सर्वेक्षण, कीट / रोगों की रोकथाम, दैविक आपदा के समय फसल क्षति का आंकलन एवं खेती की अन्य विधाओं में कम समय तथा कम लागत से कृषकों की आय में वृद्धि कराए जाने हेतु सब मिशन ऑन एग्रीकल्चरल मैकेनाइजेशन की योजना कानपुर में भी संचालित की गई है।

आई०आई०टी०, कानपुर एवं कृषि विभाग, कानपुर के संयुक्त तत्वाधान में "अ वे टू प्रिसीजन एग्रीकल्चर के अन्तर्गत चन्द्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के प्रक्षेत्र पर ड्रोन के प्रयोग का सजीव प्रदर्शन किया गया। किसानों की आय एवं उनके आत्मविश्वास को बढ़ाने के लिए कृषक उत्पादक संगठनों तथा किसानों की उपस्थिति में ड्रोन द्वारा प्रक्षेत्र पर नैनो यूरिया खाद के छिड़काव के सजीव प्रदर्शन का शुभारंभ मुख्य अतिथि मण्डलायुक्त, कानपुर डॉ० राज शेखर एवं विशिष्ट अतिथि कुलपति चन्द्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर डॉ० डी०आर० सिंह द्वारा किया गया। इस अवसर पर आई०आई०टी०, कानपुर के विशेषज्ञ श्री सुब्रमण्यम सदरला द्वारा उपस्थित कृषकों तथा कृषक उत्पादक संगठन के प्रतिनिधियों को ड्रोन की तकनीक एवं उसके प्रयोग में ली जाने वाली सावधानियों तथा उपयोगिता के सम्बन्ध में बताया गया। उनके द्वारा यह भी बताया गया कि ड्रोन के सहवर्ती उपकरणों सहित वर्तमान समय में रु० 10.00 लाख की कीमत निर्धारित की गई है। आई०आई०टी०, कानपुर स्टार्ट-अप कम्पनियों की सहायता से ड्रोन का निर्माण कराएगी। इस अवसर पर कृषि विभाग के अधिकारियों ने कृषि के क्षेत्र में ड्रोन के प्रयोग के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि एफ०पी०ओ को कृषि ड्रोन प्रदर्शन हेतु ड्रोन एवं उसके सहायक यंत्रों के क्रय करने पर 75 प्रतिशत अथवा अधिकतम रु0 7.50 लाख, जो कम हो, देय होगा।

कृषि उत्पादक संगठनों को इन्दिरा गांधी उड्डयन अकादमी, फुर्सतगंज, रायबरेली अथवा इफको (IFFCO) से कृषि ड्रोन प्रशिक्षण एवं लाइसेंस प्राप्त करना अनिवार्य होगा। ड्रोन के माध्यम से 08 घण्टे में 30 हे0 क्षेत्र में कृषि रक्षा रसायनों एवं उर्वरकों का छिड़काव करके कम रसायन से अधिक क्षेत्र आच्छादित कर लागत में कमी लाते हुए आय में वृद्धि की जा सकेगी। इस नई तकनीक के प्रयोग से सब्जियों, फसलों एवं औद्यानिक फसलों में भी 10 मी० की ऊँचाई तक फसलों में लगने कीट / रोगों के नियंत्रण में सुगमता प्राप्त होगी। मण्डलायुक्त डॉ० राज शेखर ने बताया कि कृषि के क्षेत्र में कृषक उत्पादक संगठनों के माध्यम से ड्रोन के प्रयोग से मा० प्रधानमंत्री जी के सपनों को साकार किया जाएगा। उन्होंने बताया कि मण्डल के कृषक उत्पादक संगठनों के प्रतिनिधियों के मध्य ड्रोन का प्रचार-प्रसार करते हुए अग्रणी भूमिका निभाने की अपील की गई तथा मण्डल के सभी जनपदों में सजीव प्रदर्शन कराने के लिए निर्देशित किया गया। उन्होंने आई०आई०टी०, कानपुर के विशेषज्ञों से ड्रोन की बैट्री की क्षमता बढ़ाने के लिए तथा ड्रोन के सर्विस सेण्टर की स्थापना कराने के लिए भी सुझाव दिया। सजीव प्रदर्शन के समय कृषकः तथा सिस्टमैटिक फार्मर प्रोड्यूसर कम्पनी, कानपुर के अध्यक्ष श्री महेन्द्र बहादुर सिंह एवं अन्य कृषक उत्पादक संगठनों के प्रतिनिधियों के अतिरिक्त संयुक्त कृषि निदेशक, कानपुर मण्डल श्री डी०के० सिंह, उप कृषि निदेशक, कानपुर नगर श्री चौधरी अरुण कुमार, अपर कृषि निदेशक (प्रसार) डॉ० ए०के० सिंह उपस्थित रहे।

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