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हनुमान चालीसा का पाठ करने के लिए जमा हुए बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के सदस्यों को इलेक्शन कमीशन ने रोक दिया

[Edited By: Rajendra]

Tuesday, 9th May , 2023 01:25 pm

कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में हनुमान चालीसा का पाठ करने के लिए जमा हुए बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद (VHP) के सदस्यों को इलेक्शन कमीशन ने रोक दिया। VHP के सदस्यों ने बताया कि इलेक्शन कमीशन ने राज्य में लागू धारा 144 का हवाला देकर उन्हें हनुमान चालीसा पढ़ने से रोका।

वहीं, कर्नाटक CM बासवराज बोम्मई ने भी अपने समर्थकों के साथ हुबली के विजयनगर पहुंचकर हनुमान चालीसा पढ़ी। दरअसल, बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद ने सोमवार को ऐलान किया था कि मंगलवार को देशभर के प्रमुख मंदिरों में हनुमान चालीसा का पाठ किया जाएगा। संगठनों ने इसे हनुमत शक्ति जागरण अभियान नाम दिया था।

पीएम मोदी ने कहा कि 'हर कर्नाटक वासी का सपना, मेरा सपना है। आपका संकल्प, मेरा संकल्प है। जब हम साथ आते हैं और अपने लक्ष्य तय करते हैं तो दुनिया में कोई ताकत हमें नहीं रोक सकती।' प्रधानमंत्री ने कहा कि 'मैं कर्नाटक को नंबर एक बनाने के लिए आपका आशीर्वाद चाहता हूं।' पीएम ने कहा कि 'मेरी अपील कर्नाटक के उज्जवल भविष्य के लिए है। यह आपके परिवार, विशेष रूप से युवा पीढ़ियों के उज्जवल भविष्य के लिए है।' बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए राज्य में कई दिनों तक ताबड़तोड़ प्रचार किया। प्रधानमंत्री ने कर्नाटक में 19 जनसभाएं और छह रोड शो किए।

कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने अपने एक भाषण में कर्नाटक को संप्रभु बता दिया था। जिस पर भाजपा और पीएम मोदी ने तगड़ा पलटवार किया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस का शाही परिवार कर्नाटक आया और कहा कि वे कर्नाटक की संप्रभुता की रक्षा करना चाहते हैं। कांग्रेस जो कह रही है, उसका मतलब यह है कि कांग्रेस का मानना है कि कर्नाटक भारत से अलग है। प्रधानमंत्री ने कहा कि जब भारत के हितों के खिलाफ काम करने की बात आती है तो कांग्रेस का शाही परिवार सबसे आगे होता है।

कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए कल बुधवार यानी 10 मई को मतदान होना है। इससे ठीक एक दिन पहले मंगलवार को बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद ने पूरे देश में हनुमान चालीसा का पाठ करने का ऐलान किया है। दरअसल, कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस के घोषणा पत्र में बजरंग दल को बैन करने की घोषणा की गई है। इस पर भाजपा ने इस मुद्दे को 'बजरंग बली' से जोड़ दिया। इस मुद्दे को लेकर चुनाव प्रचार के अंतिम चार दिनों में खूब राजनीति हुई।

बता दें कि कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में कहा, है कि ''राज्य में सरकार बनते ही वह बजरंगदल, पीएफआई समेत जाति और धर्म के आधार पर समुदायों के बीच नफरत फैलाने वाले सभी संगठनों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करते हुए बैन लगाएगी। कांग्रेस के इस घोषणा पत्र पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जमकर निशाना साधा। उन्होंने बजरंग दल को बजरंगबली से जोड़ दिया। फिर पीएम मोदी ने अपनी रैलियों में कहा कि कांग्रेस पार्टी ने अपने मेनिफेस्टो में बजरंगबली को ताले में बंद करने का निर्णय लिया है। पीएम मोदी के इस बयान के बाद बीजेपी नेता कांग्रेस पर और हमलावर हो गए। वहीं, विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल लगातार कांग्रेस के इस घोषणा का देश भर में विरोध कर रहे हैं।

मंगलवार को देश भर में आयोजति होने वाले हनुमान चालिसा के पाठ को लेकर वीएचपी के महासचिव मिलिंद परांडे ने कहा है कि कांग्रेस और अन्य संगठनों और कार्यकर्ताओं को सद्बुद्धि देने के लिए पाठ कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस आतंकवादियों, विरोधी ताकतों की वकालत और प्रचार करने के लिए खड़ी है। यह अपमानजनक है कि कर्नाटक कांग्रेस के चुनावी घोषणापत्र में पार्टी ने बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने का वादा किया है। इसके बाद राजस्थान, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश और महाराष्ट्र में भी कांग्रेस और कुछ अन्य हिंदू विरोधी नेताओं ने बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है।

उन्होंने कहा, "इस राष्ट्रवादी और देशभक्त संगठन (बजरंग दल) की तुलना राष्ट्र-विरोधी, आतंकवादी, हिंसक संगठन पीएफआई (पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) के साथ करना तर्कहीन, और विचित्र है। परांडे ने कहा, हिंदू समाज इस अपमान के लिए लोकतांत्रिक सबक सिखाएगा।

कांग्रेस के घोषणा पत्र पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुटकी लेते हुए कहा था कि आज हनुमान जी की इस पवित्र भूमि को नमन करना मेरा बहुत बड़ा सौभाग्य है और दुर्भाग्य देखिए, मैं आज जब यहां हनुमान जी को नमन करने आया हूं, उसी समय कांग्रेस पार्टी ने अपने मेनिफेस्टो में बजरंगबली को ताले में बंद करने का निर्णय लिया है। पहले श्री राम को ताले में बंद किया और अब जय बजरंगबली बोलने वालों को ताले में बंद करने का संकल्प लिया है। यह देश का दुर्भाग्य है कि कांग्रेस पार्टी को प्रभु श्री राम से भी तकलीफ होती थी और अब जय बजरंगबली बोलने वालों से भी तकलीफ हो रही है। प्रधानमंत्री ने आगे कहा था कि ''ये देश का दुर्भाग्य है कि कांग्रेस पार्टी को प्रभु राम से भी तकलीफ होती थी, अब जय बजरंग बली बोलने वालों से भी तकलीफ हो रही है। बीजेपी कर्नाटक को देश में नंबर वन राज्य बनाने के लिए संकल्पबद्ध है। मैं, प्रभु हनुमानजी के चरणों में अपना शीश झुकाकर ये संकल्पसिद्धि की कामना करता हूं ।

 



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