दुबई के अबू धाबी की अलबदावा जेल में कैद यूपी के बांदा की निवासी शहजादी की फांसी का समय तय किया गया, अगले 24 घंटे के अंदर अबू धाबी की कोर्ट से सजा-ऐ-मौत पा चुकी शहजादी को फांसी पर लटका दिया जाएगा। ये खबर तो 15 फरवरी को मिली थी, शहजादी की आखिरी इच्छा पूरी करने के लिए अबू धाबी के जेल प्रशासन ने उनके परिजनों से आखरी बार फोन पर से बात कराई जिसमें शहजादी ने घर वालों को बताया कि अब्बू यह उसकी आखिरी कॉल है।
पिता शब्बीर ने बताया कि 14 फरवरी शुक्रवार की रात 11 बजे शहजादी का दुबई की आबूधाबी जेल से फोन आया और बेटी फफक कर रोने लगी। फिर पिता ने बताया बेटी बोली-लास्ट है मै अब दोबारा फोन नही कर पाउंगी, पिता ने आगे बताया कि उसके विरोधियों के खिलाफ बांदा में जो मुकदमा दर्ज कराया गया है उसको वापस लेने की भी अपील शहजादी ने की है। बता दें इस फोन के बाद अभी तक कोई खबर सामने नही आई है। शहजादी को दुबई के अबु धाबी में फांसी हो चुकी है या नही इसकी भी कोई खबर सामने नही आई है

क्या है मामला?
आपको बता दें कि 2021 मे बांदा के मटौंध थाना क्षेत्र के गांव गोयरा मुगली की रहने वाली शहजादी को दुबई के अबू धाबी भेजा गया था। शहजादी को अबू धाबी भेजने में आगरा के निवासी उजैर का पूरा किरदार बताया जाता है जिसने शहजादी को लक्जरी लाइफ का लालच देकर वहां पर आगरा के ही रहने वाले एक दंपति के हाथों बेच दिया था जिस पर बांदा सीजेएम कोर्ट के आदेश पर दुबई में रह रहे आगरा के दंपति और आरोपी उजैर के खिलाफ मानव तस्करी का मुकदमा भी दर्ज किया जा चुका है।
शहजादी पर क्या है आरोप
शहजादी दुबई के अबू धाबी में एक दंपति के बेटे की देखरेख की नौकरी करती थी और एक दिन उस बच्चें की अचानक मौत हो गई जिस पर उस दंपति ने शहजादी के ऊपर बच्चे की मौत का आरोप लगाया था जिस पर अबू धाबी की कोर्ट ने जांच के बाद शहजादी को गिरफ्तार कर उसे सजा-ऐ-मौत सुनाई थी। इसके बाद पीड़िता के पिता शब्बीर खान ने जिला प्रशासन शासन और सरकार को सूचना भेजी थी और इस मामले में बेटी शहजादी को बचाने की अपील की थी।
शहजादी को दुबई के अबु धाबी में सजा-ए-मौत क्यों?
आपको यह भी बता दें कि पीड़िता शहजादी जब छोटी थी तभी किचन में काम करते समय आग से बुरी तरह से झुलस गई थी जिससे वह परेशान रहती थी और 2020 में सोशल मीडिया प्लेफाॅर्म के माध्यम से उसकी जान पहचान आगरा में रहने वाले उजैर नाम के एक व्यक्ति से हुई थी जिससे दिन पर दिन उसकी नजदीकियां बढ़ती रही और 2021 में उजैर शहजादी के चेहरे का इलाज करने का बहाना बनाकर उसको अपने साथ आगरा ले गया था उसके बाद कथित उजैर ने उसको लग्जरी लाइफ जीने का लालच देकर अपने साथ अबू धाबी ले गया जहां उसने अपने रिश्तेदार दंपति फैज और नादिया के हवाले कर दिया और यहीं पर इस दंपति के चार माह के बच्चे की मौत हो गई थी।
पिता का क्या है कहना
जेल मे बंद शहजादी और उसके पिता का कहना था कि बच्चे की मौत गलत इलाज की वजह से हुई है जबकि इस दंपति ने सीधे तौर पर बच्चे की मौत को कत्ल बताते हुए इल्जाम उसकी देखरेख करने वाली शहजादी पर ही मढ़ दिया था जिस पर उसके खिलाफ मुकदमा चला और अबू धाबी की कोर्ट में उसे मौत की सज़ा सुनाई गई थी। शुक्रवार रात पीड़िता शहजादी का परिजनों के पास दुबई से ही फोन कॉल आया जिस पर उसने बताया कि उसे अलग कमरे में रख दिया गया है और जेल का कैप्टन आया था जिसने उसे जानकारी दी कि अगले 24 घंटे में उसे फांसी दे दी जाएगी।
जेल प्रशासन ने उसकी आखिरी इच्छा के बारे में पूछा था जिस पर शहजादी ने अपने परजनों से बात करने की ख्वाहिश जाहिर की थी और इसी के तहत उसकी यह बात करायी गयी है। आखिरी बार बेटी के इस फोन कॉल आने के बाद से पीड़िता के घर और गांव में कोहराम मचा है। पीड़िता के मां-बाप रो-रो कर अभी भी अपनी बच्ची को बेगुनाह बता रहे हैं। पीड़िता के पिता का कहना है कि शासन प्रशासन और राष्ट्रपति तक से उन्होंने फरियाद की लेकिन उनकी किसी ने नहीं सुनी।