चंदौली में रिहायशी इलाके में मगरमच्छ दिखने से ग्रामीणों में हड़कंप मच गया. मगरमच्छ बांध से निकलकर ग्रामीण क्षेत्र में आ गया. सूचना पर पहुंचे वन विभाग के कर्मचारियों ने कड़ी मशक्कत के बाद मगरमच्छ पर काबू पाया और चन्द्रप्रभा सेंचुरी में ले जाकर छोड़ दिया. आपको बता दें कि जनपद के पहाड़ी इलाकों में लगातार हो रही बारिश के कारण बांधों में पानी काफी ऊपर तक आ गया है और भोजन की तलाश में मगरमच्छ इन बांधों से निकलकर रिहायशी इलाकों की तरफ आ रहे हैं.
कोतवाली क्षेत्र के लतीफशाह मुख्य मार्ग किनारे नाली में मगरमच्छ दिखने से लोगों में खलबली मच गई. बड़ी संख्या में लोग जुट गए. जिसके बाद स्थानीय लोगों की सूचना पर वन विभाग की टीम पहुंची और जाल लगाकर मगरमच्छ को पकड़ा. मगरमच्छ को गांव में देखते ही ग्रामीणों में हड़कंप मच गया. गांव में मगरमच्छ आने की बात जंगल में आग की तरह फैल गई. मगरमच्छ देखने के लिए लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई. ग्रामीणों ने वन विभाग को मामले की सूचना दी. सूचना के बाद वनकर्मी दलबल के साथ मौके पर पहुंचे और कई घंटे के कड़ी मशक्कत के बाद मगरमच्छ को जाल के सहारे पकड़ा गया. वनकर्मियों ने मगरमच्छ को चंद्रप्रभा सेंचुरी में छोड़ दिया.
लतीफशाह बीयर से निकलकर वह सड़क की ओर नाले में आ गया. लगभग सात फुट लंबे मगरमच्छ देख लोग सहम गए. आसपास के लोगों ने वन विभाग को इसकी जानकारी दी. वन क्षेत्राधिकारी एबी सिंह ने वन दारोगा धर्मध्वजा सिंह, वनरक्षक सच्चिदानंद, प्रेम सिंह, राम मूरत, नगीना समेत अन्य वन कर्मियों को मौके पर भेजा. जाल लेकर मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने सावधानी रखते हुए कुछ ही देर बाद मगरमच्छ को पकड़ लिया. टीम ने वन विभाग के वाहन से लगभग 20 किलोमीटर दूर ले जाकर चंद्रप्रभा बांध में सकुशल छोड़ दिया. मगरमच्छ को पकड़े जाने पर आसपास के लोगों ने राहत की सांस ली.
चकिया के क्षेत्रीय वन अधिकारी ने बताया की लतीफशाह डैम के पास बस्ती है. वहां से सूचना मिली थी कि बस्ती में एक मगरमच्छ घुस आया है, जिसे पकड़ने के लिए हमने अपने स्टाफ को जाल लेकर सरकारी गाड़ी से तुरंत मौके पर भेजा और कुछ ही समय में जाल के सहारे मगरमच्छ को पकड़ लिया गया. मगरमच्छ को पकड़ने के बाद चंद्रप्रभा बांध में सकुशल छोड़ दिया गया. मगरमच्छ की लंबाई 6 फुट से ऊपर होने के बीच बताई गई है.