कांग्रेस को पूर्वांचल में तगड़ा झटका लगा पूर्व विधायक ललितेशपति ने पार्टी छोड़ी:
उत्तर प्रदेश के 2022 विधानसभा चुनाव की तैयारियों में लगी कांग्रेस पार्टी को पूर्वांचल में तगड़ा झटका लगा है, पूर्व मुख्यमंत्री कमलापति त्रिपाठी के प्रपौत्र ललितेशपति ने कांग्रेस छोड़ी। गुरुवार यानि 23-09-2021 को वाराणसी में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के पूर्व विधायक ललितेशपति ने पार्टी से इस्तीफा देने का एलान किया। उन्होंने कहा- पीढ़ियों से जो लोग कांग्रेस के साथ जुड़े थे, आज उन्हें नजरअंदाज किया जा रहा है। पार्टी में जो परिवर्तन आया है, उसमें काम करना मुश्किल है; इसलिए दिया इस्तीफा।
भविष्य में कांग्रेस ही देश में आखरी विकल्प:
पूर्व विधायक ललितेशपति ने पार्टी से इस्तीफा देने के साथ उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य में देश की राजनीति में कांग्रेस ही देश में आखरी विकल्प बनेगी, उन्होंने कहा राजनीति में कांग्रेस की विचारधारा के अलावा कुछ और न ही देखा और न ही समझा है। भारत देश की आत्मा में राष्ट्रीय कांग्रेस है। कांग्रेस में प्रदेश और देश में बड़ी जिम्मेदारी दी जिसके लिए राहुल गांधी और प्रियंका गांधी का आभार व्यक्त करता हूँ।
त्रिपाठी परिवार से उत्तर प्रदेश कांग्रेस के विशेष स्तंभों में से एक रहा:
ललितेश पति ने कुछ दिनों पहले यूपी कांग्रेस के उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था, जिससे उनके पार्टी छोड़ने की भी अटकलें तेज हो गई थीं। कमला पति त्रिपाठी परिवार विशेष रूप से उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के स्तंभों में से एक रहा है, और पार्टी कार्यकर्ताओं में सबसे अधिक सम्मानित है। इसके अलावा परिवार कांग्रेस का ब्राह्मण चेहरा भी रहा है। सूत्रों के अनुसार ललितेश पति अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के 'अपमानजनक' व्यवहार से नाराज थे, जिन्होंने उन्हें "उचित सम्मान" नहीं दिया। ललितेश तीसरे वरिष्ठ और महत्वपूर्ण कांग्रेसी नेता हैं जिन्होंने हाल के महीनों में राज्य नेतृत्व की कथित मनमानी के कारण पार्टी छोड़ दी है, इससे पहले पूर्व सांसद अन्नू टंडन और फिर जितिन प्रसाद ने कांग्रेस छोड़ दी थी। दोनों नेताओ ने दूसरी पार्टी का दमन थमा,अन्नू टंडन जहां समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए हैं, वहीं जितिन प्रसाद भाजपा में शामिल हो गए हैं।
समाजवादी पार्टी में ललितेशपति त्रिपाठी के शामिल होने की सम्भावना जताई जा रही थी। इस पर उन्होंने साफ़ किया कि फिलहाल किसी अन्य दल में नहीं जा रहा हूं और इस संबंध में कहीं किसी से कोई बात भी नहीं हुई है। अभी अपने साथियों के साथ बातचीत करूंगा और उनकी सलाह के आधार पर अपने राजनीतिक भविष्य का फैसला लूंगा अगर साथी 2022 का विधानसभा चुनाव लड़ने को बोलेंगे तो लडूंगा। जिस दिन भी किसी और दल में शामिल होऊंगा उस दिन सबसे पहले इसकी जानकारी वाराणसी में सार्वजनिक करूंगा।