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जम्मू-कश्मीर के काजीगुंड में एंट्री के सिर्फ एक किलोमीटर बाद ही कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा रोक दी गई

[Edited By: Rajendra]

Friday, 27th January , 2023 03:13 pm

जम्मू-कश्मीर के काजीगुंड में एंट्री के सिर्फ एक किलोमीटर बाद ही कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा रोक दी गई है। बताया जा रहा है कि राहुल की सुरक्षा घेरे में कई लोग घुस आए थे। इसके बाद पुलिस राहुल गांधी और उमर अब्दुल्ला को गाड़ी में बैठाकर अनंतनाग ले गई। अनंतनाग पहुंचकर राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा- पुलिस के इंतजाम पूरी तरह नाकाम थी। मेरे सुरक्षा में लगे लोगों तक का आगे बढ़ना मुश्किल था, इसलिए मैंने आगे की यात्रा कैंसिल कर दी।

कांग्रेस ने जम्मू-कश्मीर प्रशासन द्वारा सुरक्षा में चूक और भीड़ के कुप्रबंधन का आरोप लगाया है। एआईसीसी प्रभारी रजनी पाटिल ने ट्वीट किया कि जम्मू-कश्मीर प्रशासन राहुल गांधी के नेतृत्व वाली भारत जोड़ो यात्रा को सुरक्षा प्रदान करने में विफल रहा है। पाटिल ने कहा कि सुरक्षा में चूक यूटी प्रशासन के अनुचित और अप्रस्तुत रवैये का संकेत देती है।

राहुल गांधी ने सुरक्षा इंतजाम को नाकाफी बताते हुए कहा कि पुलिस व्यवस्था पूरी तरह धराशायी हो गई और सुरक्षा का जिम्मा संभालने वाले पुलिस वाले कहीं भी नजर नहीं आ रहे थे। मेरे सुरक्षाकर्मी मेरे पैदल चलने पर काफी असहज महसूस कर रहे थे। इसी कारण से मैंने यात्रा रद कर दी। अन्य दूसरे लोग अभी चल रहे हैं।

कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी के काजीगुंड पहुंचने के बाद सभी यात्रा के शेड्यूल के अनुसार दक्षिण कश्मीर में वेसु की ओर बढ़ने लगे, लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अचानक पाया कि यात्रा में जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा बनाया गया बाहरी घेरा गायब हो गया था। राहुल गांधी को शुक्रवार को 11 किलोमीटर पैदल चलना था, लेकिन मुश्किल से 500 मीटर चलने के बाद उन्हें रुकना पड़ा।

राहुल ने कहा- जिन पुलिसवालों को भीड़ को मैनेज करना था, वे कहीं नजर नहीं आ रहे थे। मेरा मानना है कि यह जरूरी था कि पुलिस भीड़ को मैनेज करती ताकि हम यात्रा कर सकते। मेरी सुरक्षा में लगे लोगों की सलाह को दरकिनार करना मेरे लिए मुश्किल था।

राहुल गांधी की सुरक्षा में हुई चूक को लकेर कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने नाराजगी जताई है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा पर निशाना साधा है। वेणुगोपाल ने सुरक्षा में सेंध के लिए पुलिस के अधिकारियों और CRPF के जवानों को जिम्मेदार बताया। उन्होंने कहा कि पिछले 15 मिनट से यात्रा के साथ कोई भी सुरक्षा अधिकारी नहीं थे, ये गंभीर चूक है। राहुल और अन्य कार्यकर्ता बिना सुरक्षा के यात्रा आगे नहीं बढ़ा सकते हैं।

वेणुगोपाल ने कहा, 'कल तक जम्मू में सब कुछ ठीक था, लेकिन अब क्या हुआ। वो सारे पुलिस के अधिकारी कहां थे, यहां मौके पर कोई नहीं था, यह बड़ा मामला। हमारी पार्टी के नेताओं ने गर्वनर और पुलिस के अधिकारियों के साथ एक महीने पहले ही बैठक की थी। हमने गुरुवार शाम तक इस बारे में कोई शिकायत नहीं की थी। अब हम इस तरह से आगे नहीं जा सकते क्योंकि इस एरिया में कोई भी आता-जाता है।

सुरक्षाबलों को भी इस एरिया के बारे में पता है। यात्रा सिर्फ 2-3 दिन के लिए है। सुरक्षा में हुई इस चूक सिक्योरिटी फोर्सेस को जवाब देना पड़ेगा। कल उन्होंने हमें इसी रूट के लिए बारे में बताया था, हम सब कोऑडिनेशन के हिसाब से कर रहे हैं। हमारी टीम बाजार के रास्ते से जाना चाहती थी, लेकिन सुरक्षाबलों ने कहा कि उधर से मत जाइए तो हम नहीं गए।'

कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा सुरक्षा कारणों से हमें यात्रा को अस्थायी रूप से रोकना पड़ा, क्योंकि यात्रा में सुरक्षा के प्रबंध सही नहीं थे। उन्होंने कहा कि जहां लोग राहुल गांधी के प्रति अपना स्नेह दिखाने के लिए बड़ी संख्या में उमड़े थे। वहीं कांग्रेस नेता की सुरक्षा को लेकर आशंकाएं थीं, क्योंकि लोग उनके काफी करीब आ रहे हैं। हालांकि, सुरक्षा कुप्रबंधन के कारणऔर राहुल की सुरक्षा को देखते हुए उन्हें आगे चलने की अनुमति नहीं दी और वह अपनी कार से खानाबल में विश्राम स्थल तक पहुंचे।

मार्च 7 सितंबर को कन्याकुमारी से शुरू हुई और गुरुवार रात को पंजाब से जम्मू-कश्मीर में प्रवेश किया। यात्रा 30 जनवरी को राहुल गांधी की ओर से कांग्रेस मुख्यालय में राष्ट्रीय ध्वज फहराने के साथ श्रीनगर में खत्म होगी।

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