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सिद्धू पर कैप्टन अमरिंदर का बड़ा आरोप- पाकिस्तान के पीएम और पाक सेना प्रमुख सिद्धू के दोस्त

[Edited By: Vijay]

Saturday, 18th September , 2021 07:22 pm

कैप्टन अमरिंदर ने पंजाब के सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद नवजोत सिंह सिद्धू पर बड़ा आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का पीएम इमरान खान और सेना प्रमुख बाजवा सिद्धू के दोस्त हैं. उन्होंने कहा कि पंजाब सीमावर्ती राज्य है. अगर सिद्धू को पंजाब का सीएम बनाया गया, तो वह उसका विरोध करेंगे कांग्रेस की जीत के बाद सिद्धू को कैप्टन अमरिंदर की कैबिनेट में मंत्री के तौर पर जगह तो मिली, लेकिन साल 2018 में सिद्धू जब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान का न्योता कबूल कर उनके शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने पाकिस्तान पहुँचे, तब से अमरिंदर सिंह और उनके बीच तनाव पैदा हो गया.

कैप्टन अमरिंदर की सहमति के बिना कांग्रेस में लाए गए थे सिद्धू

नवजोत सिंह सिद्धू ने साल 2004 में भारतीय जनता पार्टी के साथ अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी, जब वो अमृतसर से सांसद चुने गए थे.

साल 2014 में पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली को अमृतसर से चुनाव लड़ाया गया और सिद्धू को राज्यसभा भेज दिया गया. साल 2016 में वो बीजेपी से अलग हो गए.

इसके कुछ ही महीनों के भीतर वो कांग्रेस में शामिल हो गए. साल 2017 में विधानसभा चुनाव से पहले उन्हें कांग्रेस में लाने में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की अहम भूमिका थी.

उस समय भी कैप्टन अमरिंदर सिंह इस फ़ैसले से सहमत नहीं थे. फिर अमरिंदर सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस ने पंजाब में 117 में से 77 सीटें हासिल कर शानदार जीत दर्ज की.

                               

इस दौरान जब सिद्धू के पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल क़मर जावेद बाजवा को गले लगाने की चौतरफ़ा आलोचना हुई तो कैप्टन अमरिंदर सिंह भी आलोचकों में शामिल हो गए.

दोनों नेताओं के बीच तनाव जब ज़्यादा बढ़ने लगा तो सिद्धू ने मंत्रिमंडल से इस्तीफ़ा दे दिया.

मगर इन सबके बीच सिद्धू को पंजाबी सिखों के लगभग सभी वर्गों में भारत-पाकिस्तान में अमन का पैग़ाम लाने वाले शख़्स के तौर पर देखा गया, जो करतारपुर कॉरिडोर खोलने के पाकिस्तानी प्रस्ताव की ख़ुशख़बरी लाए.

 

करतारपुर कॉरिडोर खुलने से भारतीय सिखों के लिए गुरु नानक से जुड़े करतारपुर गुरुद्वारे तक जाना मुमकिन हो सका.

कांग्रेस हाईकमान ने क्रिकेटर से नेता बने नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब में पार्टी प्रमुख बना दिया है.

पंजाब में कांग्रेस ने यह फ़ैसला मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की सिद्धू के प्रति नापसंदगी के बावजूद लिया. अभी हाल ही में अमरिंदर सिंह ने कहा था कि वो सिद्धू से तब तक नहीं मिलेंगे जब तक वो अपने 'अपमानजक ट्वीट्स' के लिए उनसे माफ़ी नहीं माँग लेते.

कुछ समय पहले दोनों नेताओं के बीच इतने तगड़े मतभेद के बीच कांग्रेस हाईकमान ने राज्य में विधानसभा चुनाव से लगभग आठ महीने पहले मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह को 18 बिंदुओं वाली 'टु डू लिस्ट' थमा दी थी.

इसे अमरिंदर सिंह और पार्टी चलाने के उनके तरीके पर सार्वजनिक रूप से सवाल उठाने के तौर पर देखा गया.

कैप्टन अमरिंदर सिंह के वफ़ादार नेता पर्दे के पीछे यह स्वीकार करते हैं कि कांग्रेस के इस कदम से वो अपमानित महसूस करते हैं. यही वजह है कि विधानसभा चुनाव से पहले केंद्रीय नेतृत्व की ओर से दोनों विरोधी ख़ेमों में मेलजोल कराने और पार्टी की छवि बदलने की हुई कोशिश आख़िर में बेअसर साबित हो सकती है.

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