उत्तर प्रदेश के बांदा जेल में बंद बाहुबली माफिया मुख्तार अंसारी की प्रॉपर्टी प्रशासन ने जब्त करनी शुरू कर दी है। प्रशासन का मानना है कि मुख्तार ने यह संपत्ति आपराधिक दुनिया का भय दिखाकर अर्जित की है। बुधवार को मऊ प्रशासन ने शासन के आदेश पर 24 करोड़ की सपंत्ति कुर्क करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। यह प्रॉपर्टी अंसारी पब्लिक स्कूल से जुड़ी है। शहर कोतवाल डीके श्रीवास्तव ने बताया कि मुख्तार अंसारी ने आपराधिक दुनिया की कमाई से यह संपत्ति अपने मां के नाम से रजिस्ट्री कराई थी। उसके बाद मां ने मुख्तार अंसारी के दोनों बेटे अब्बास और उमर के नाम से वसीयत करवा दी थी। प्रशासन लंबे समय से मुख्तार की अवैध कमाई से बनाई गई संपत्ति की तलाश कर रहा है। एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि मुख्तार अंसारी पर उत्तर प्रदेश भर में 52 केस दर्ज हैं। 15 विचाराधीन मामलों में मुख्तार को जल्द सजा दिलाए जाने की कोशिश जारी है। मुख्तार अंसारी के बिहार के सहाबुद्दीन गैंग से भी संपर्क में हैं। अंसारी और उसकी गैंग की 192 करोड़ से ज्यादा की संपत्तियों के जब्त करने और की कार्रवाई भी की गई। मुख्तार गैंग की अवैध और बेनामी संपत्तियों का पता लगाया जा रहा है। मुख्तार गैंग के अब तक 96 अभियुक्त गिरफ्तार किए जा चुके हैं। 75 गुर्गों पर गैंगेस्टर की कार्रवाई यूपी पुलिस ने की है। मुख्तार गैंग के 72 सहयोगियों के आर्म लाइसेंस रद्द किए जा चुके हैं। गैंग से जुड़े 7 ठेकेदारों पर भी कार्रवाई की गई। फर्जी एंबुलेंस मामले में मुख्तार पर बाराबंकी में भी मुकदमा दर्ज हुआ है।