बलिया जनपद के चितबड़ा गांव में विपणन केंद्र पर किसानों का धान से भरा लगभग एक दर्जन ट्रैक्टर खड़े किए गए थे जबकि इनमें से मात्र 3 को ही धान क्रय के लिए बुलाया गया था , बाकी लोग बिना नंबर से ही आकर अपना धान तौल कराना चाह रहे थे । इनमें प्रमुख रूप से सुदर्शन चौधरी- आशापुर, दयाशंकर तिवारी- बीबीपुर, लाल बचन यादव- पलीगरा, हीरालाल तिवारी मर्ची, रामजी सिंह आशापुर इत्यादि जो केंद्र पर मौजूद थे और इनका कहना है कि महीनों से धान की खरीदारी चल रही है और अभी 100 नंबर टोकन का नंबर नहीं आया जबकि लगभग सभी किसानों की तौल अब तक पूरी हो जानी चाहिए ।
किसानों के धान खरीदने के लिए एक नवंबर से विभिन्न संस्थाओं के कुल 80 क्रय केंद्र स्थापित किए गए। हालांकि इस वर्ष बारिश व जलभराव के कारण धान की कटाई विलंब से होने के कारण नवंबर माह में क्रय केंद्रों पर कोई खास खरीद नहीं हुई। लेकिन जब किसानों के धान तैयार हुए तो क्रय केंद्रों पर मनमानी शुरु हो गई। आलम यह है कि मात्र 45 क्रय केंद्र ही संचालित हैं और वहां भी मनमानी जारी है।
विपणन प्रभारी पूर्णेन्दु प्रवीण ने बताया कि लगभग ढाई सौ- (250) किसानों का कुल 14000 कुंटल धान क्रय हो चुका है लेकिन बीच में आनलाइन टोकन आ जाने से आफलाइन टोकन वालों का तौल रुक गया था । प्रतिदिन हम 400 कुंटल ही धान की खरीदारी कर पाते हैं क्योंकि एक ही मिलर है और वहां पर भी पर्याप्त जगह नहीं है । जिन को नहीं बुलाया जाता है वह किसान भी ट्रैक्टर पर धान लेकर केंद्र पर पहुंच आते हैं और हो हल्ला मचा रहे हैं । धीरे धीरे सब किसानों की खरीदारी करने का प्रयास यथाशीघ्र किया जा रहा है । अब तक कुल 549 टोकन जारी कर दिए गए हैं जिनमें लगभग 100 किसानों का खरीदारी आज पूरी हो जाएगी ।