देश में सर्दी बढ़ने लगी है। उत्तर भारत के साथ अब मध्य भारत में भी ठंड का असर दिखने लगा है। भोपाल में बीती रात पारा 9.4 डिग्री पहुंच गया। मौसम विभाग के अनुसार, 2023 के पहले दिन पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तरी राजस्थान में कड़ाके की सर्दी पड़ेगी। इसके साथ ही घना कोहरा भी छाए रहने की संभावना है।
वहीं, अगले 24 घंटों के दौरान उत्तर-पश्चिमी भारत के मैदानी इलाकों में न्यूनतम तापमान 2-3 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ने की उम्मीद है। वहीं, 31 दिसंबर से 2 जनवरी तक पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में कोल्ड डे रहने की संभावना है। हालांकि इसके बाद फिर तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट होगी और शीत लहर फिर से शुरू हो जाएगी।
दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत को फिलहाल ठंड से थोड़ी राहत मिलती नजर आ रही है। गुरुवार को दिल्ली का न्यूनतन तापमान 12 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मंगलवार को राजधानी का तापमान 7 डिग्री के आस-पास दर्ज किया गया था।
मध्य प्रदेश में रात के वक्त ठंड और बढ़ गई। भोपाल में पारा 9.4 डिग्री पहुंच गया। सीजन में ऐसा तीसरी बार हुआ है। इससे पहले 27 नवंबर और 8 दिसंबर को रात का तापमान 10 डिग्री से कम रहा था। मौसम विभाग के अनुसार, वेस्टर्न डिस्टरबेंस के कारण अगले 2 दिन तापमान में इजाफा होने की संभावना है।
श्रीनगर शहर में भी बर्फबारी हुई। देर शाम तक ऊंची चोटियों में 2 से 3 फीट से ज्यादा परत जम गई है। रोहतांग दर्रा, कुंजम दर्रा, बारा लाचा दर्रा में भी 1 से 2 फीट, कोकसर में 5 इंच, केलांग में 3 इंच, पट्टन क्षेत्र में 3 से 4 इंच तक बर्फ की परत जमने की जानकारी है।
हिमाचल प्रदेश के लाहौल स्पीति समेत कुल्लू की पहाड़ियों में गुरुवार को बर्फबारी और निचले क्षेत्रों में बारिश से प्रदेश में ठंड बढ़ गई है। । शिमला के कुफरी, नारकंडा, चूड़धार, खड़ापत्थर, चांशल में हिमपात हुआ है। शिमला में भी बर्फ गिरी हैं। शिमला, हमीरपुर, धर्मशाला, सोलन, ऊना, बिलासपुर, सिरमौर में बारिश होने से लंबे समय से चल रहा ड्राई स्पेल टूटा है।
उत्तर प्रदेश के कानपुर समेत आसपास के शहरों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (सीएसए) के मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि बर्फीली हवाएं चलने की वजह से तापमान अभी और नीचे जा सकता है।
कड़ाके की ठंड के बीच गुरुवार को कानपुर का अधिकतम तापमान बुधवार की तुलना में 1.4 डिग्री गिरकर 21.4 डिग्री जबकि न्यूनतम तापमान 1.2 डिग्री गिरकर 5.8 पहुंच गया। तापमान गिरने से जहां ठिठुरन बढ़ी है। वहीं, मौसम साफ रहने और तेज धूप की वजह से लोगों को दिन में राहत जरूर महसूस हुई। पश्चिमी विक्षोभी की वजह से कोहरे का असर कुछ कम रहा और शीतलहर की स्थिति भी कम हो गई।
मौसम विभाग का मानना है कि पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी के बाद मैदानी क्षेत्रों में अगले चौबीस घंटे में रात और सुबह के समय ठंड लोगों की मुश्किलें और बढ़ाएगी। वहीं, रात के समय ठंड बढ़ने के साथ ही अब वायु प्रदूषण भी लगातार खतरनाक स्तर तक पहुंच रहा है।
कानपुर के आईआईटी जैसे हरे भरे क्षेत्र में अधिकतम एक्यूआई 334 जबकि कल्याणपुर में 352 तक पहुंच गया। वहीं, नेहरूनगर में एक्यूआई 312 और किदवईनगर में 273 दर्ज किया गया।
इन बातों का रखें ध्यान - पुराने रोगी, कोरोना से ठीक हुए लोग ठंड में बाहर न निकलें। नसों के रोगी गर्म कपड़ा लपेटकर शरीर को गर्म रखें। हाई ब्लड प्रेशर के रोगी जांच कराकर दवा की डोज दुरुस्त करा लें। ब्लड प्रेशर न बढ़ने दें, इससे ब्रेन और हार्टअटैक पड़ सकता है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, 'बहुत घना' कोहरा तब होता है जब विजीविलटी 0 और 50 मीटर के बीच होती है, 51 और 200 मीटर 'घना' कोहरा, 201 और 500 'मध्यम' कोहरा और 501 और 1,000 'उथला' कोहरा होता है।
मैदानी इलाकों में यदि न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है या जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस या उससे कम होता है और सामान्य से 4.5 डिग्री कम होता है, तो भारत मौसम विज्ञान विभाग शीत लहर की घोषणा करता है। एक 'गंभीर' शीत लहर तब होती है जब न्यूनतम तापमान दो डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है या सामान्य से प्रस्थान 6.4 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा हो