भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने आंध्र प्रदेश और ओडिशा के कुछ हिस्सों में गुलाब चक्रवात का अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र, जो शनिवार को एक गहरे दबाव के रूप में तेज हुआ, रविवार शाम तक चक्रवात में बदल जाएगा।, इसके चलते अगले 12 घंटे में चक्रवाती तूफान के तेज होने की संभावना है। आईएमडी ने चेतावनी दी है कि चक्रवात गुलाब अगले 12 घंटों में उत्तर आंध्र प्रदेश और उससे सटे दक्षिण ओडिशा को पार कर सकता है। पश्चिम बंगाल के कई हिस्सों में भारी बारिश की भविष्यवाणी की गई है। आईएमडी के अनुसार, हवा की गति 70 किमी प्रति घंटे से 90 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने की भविष्यवाणी की गई है। मौसम विभाग ने आंध्र प्रदेश और ओडिशा के कुछ हिस्सों में गुलाब चक्रवात का येलो अलर्ट जारी किया है, इसी क्षेत्र से चक्रवात के पार होने की उम्मीद है। अगले 24 घंटों के दौरान चक्रवात के शुरू में पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर और पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है। चक्रवात गुलाब के प्रभाव से पूर्वी और मध्य भारत के कुछ हिस्सों में भारी बारिश की अनुमान है। आईएमडी ने 28 सितंबर के आसपास एक और चक्रवात की भविष्यवाणी की है, जिसके पूर्व और मध्य भारत में फिर से बारिश होने की उम्मीद है।
आईएमडी ने ट्विटर पर दी जानकारी
आईएमडी ने ट्विटर पर दी जानकारी कि गहरा दबाव शनिवार को आंध्र प्रदेश के गोपालपुर से 470 किमी पूर्व-दक्षिण पूर्व और कलिंगपट्टनम से 540 किमी पूर्व में केंद्रित था। आईएमडी के पूर्वानुमान के अनुसार चक्रवात गुलाब के प्रभाव से पूर्वी और मध्य भारत के कुछ हिस्सों में भारी बारिश की संभावना है। अगले तीन दिनों के दौरान ओडिशा, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश के तटीय क्षेत्रों में समुद्र की स्थिति खराब रहने की सम्भावना है। आईएमडी ने आंध्र प्रदेश, ओडिशा और छत्तीसगढ़ में अगले दो दिनों में मूसलाधार बारिश के कारण सड़कों पर स्थानीय बाढ़, निचले इलाकों में जलभराव की भविष्यवाणी की है।
Cyclone Alert for north Andhra Pradesh and adjoining south Odisha coasts : Deep Depression is about 410 km eastsoutheast of Gopalpur and 480 km eastnortheast of Kalingapatnam. pic.twitter.com/j9Cn0875c7
— India Meteorological Department (@Indiametdept) September 25, 2021
कोस्ट गार्ड ने मछुआरों को किया सतर्क
कोस्ट गार्ड ने गुलाब चक्रवात के प्रभाव में आने वाले क्षेत्र में मौसम की चेतावनी प्रसारित कर क्षेत्र के मछुआरों को किया सतर्क, और उन्हें 25 सितंबर से अगली सूचना तक समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है। ओडिशा ने मौसम के पूर्वानुमान के मद्देनजर सभी जिला कलेक्टरों को सतर्क रहने को कहा है। यह मौसम का दूसरा और सितंबर में दूसरा डिप्रेशन है, जब ठंडी हवा का एक तेज गति वाला क्षेत्र गर्म हवा के क्षेत्र में चला जाता है, यह गर्म हवा के नीचे अपना रास्ता बनाता है, जैसे-जैसे यह ऊपर उठता है, वायुदाब गिरता जाता है। यह बढ़ती हवा कम दबाव प्रणाली या डिप्रेशन का कारण बन सकती है। जून और अगस्त के बीच कोई अवसाद नहीं बना। आम तौर पर मानसून के मौसम के दौरान पांच से छह डिप्रेशन बनते हैं और मध्य और पश्चिम भारत में भारी वर्षा लाते है।