भारत में तलाक के मामलों की संख्या दिन पर दिन बढ़ती जा रही है. देश में तलाक के कई मामले सामने आ रहे हैं.यूएन की एक रिपोर्ट के मुताबिक बीते कुछ सालों में तलाक के आवेदनों में करीब 3 गुना बढ़ोत्तरी हुई है. आखिर क्यों देश के लोग शादी करने के बाद एक दूसरे से तलाक ले रहे हैं.
सुभाष की मौत के बाद गर्माया मुद्दा !
बेंगलुरु के AI सॉफ्टवेयर इंजीनियर अतुल सुभाष के सुसाइड करने के बाद देश में तलाक का मामला गरमा गया है. सुभाष ने खौफनाक कदम अपनी पत्नी और ससुराल वालों से परेशान होकर उठाया था. सुभाष की पत्नी ने उनके ऊपर 9 मुकदमें दर्ज कराए थे. जिसमें की एक मामला तलाक का भी था. ऐसे में तलाक को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं कि आखिर आजकल कपल तलाक क्यों ले रहे हैं. आज की डेट में लोगों की शादियां क्यों नहीं टिक रही है. क्या वजह है कि कपल इतनी आसानी से एक दूसरे से अलग हो जा रहे हैं. शादी को तो सात जन्मों का रिश्ता कहा गया है लेकिन जिस तरह आजकल के कपल इस रिश्ते को तोड़ रहे हैं वो काफी चौंकाने वाला विषय है.
राज्यों में तलाक की क्या है दर ?
भारत में तलाक के मामले में महाराष्ट्र देश में नंबर वन राज्य है.यहां तलाक की दर 18.7 प्रतिशत है.तो वहीं तलाक लेने के मामले में दूसरे नंबर पर कर्नाटक का नाम है. यहां पर तलाक की दर 11.7 प्रतिशत है. जानकारी के लिए बता दें कि तलाक लेने के मामले में तीसरे नंबर पर पश्चिम बंगाल है. यहां पर तलाक की दर 8.2 प्रतिशत है.
कमजोर पड़ रहे शादी के बंधन !
भारत में शादी के बंधन को बहुत अहम माना गया है. सनातन संस्कृति में शादी के बंधन का बहुत महत्व है लेकिन कलयुग में शादी के बंधन को लोगों ने बहुत ही सस्ता बना दिया है. हम भारत के कुछ राज्यों में तलाक की दर बताते हैं कि यहां पर लोगों ने तलाक को मजाक बना दिया है कपल शादी के कुछ साल बाद आसानी से एक दूसरे से तलाक लेकर अलग अपनी जिंदगी बिता रहे हैं.
- दिल्ली में तलाक कि दर 7.7 प्रतिशत है
- तमिलनाडु में तलाक की दर 7.01% है
- तेलंगाना में तलाक की दर 6.7 प्रतिशत है
- केरल में तलाक दर 6.3 फीसदी है
साल 2005 में देश में तलाक की दर 0.6 प्रतिशत थी जोकि 2019 में बढ़कर 1.1 प्रतिशत हो गई है. साथ ही तलाक के मामलों में तेजी आई है.साथ ही महीलाओं ने ज्यादा अर्जी दी है.
तलाक की वजह?
UN की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में सबसे ज्यादा तलाक की वजह घरेलू हिंसा सामने आई है तो वहीं तलाक की दूसरी सबसे बड़ी वजह अपने पार्टनर को धोखा देना सामने आया है. आजकल के कपल बहुत ही आसानी से तलाक लेकर अपनी जिंदगी की नई शुरुआत कर रहे हैं तो वहीं कई जगहों पर देखा गया है कि कपल एक दूसरे से मुक्ति पाने के लिए भी तलाक ले रहे हैं साथ ही कई जगह पर वह एक दूसरे के ऊपर कष्ट देने का आरोप लगाते दिखाई देते हैं.
तलाक के सबसे बड़े कारण-
- घरेलू हिंसा और धोखा देना
- रिटायरमेंट के बाद जिंदगी के मायने बदल जाना
- एंप्टी नेस्ट सिंड्रोम
- नए सिरे से शुरुआत करने की इच्छा
- कई सालों के अपमान का बदला
- कभी इज्जत नहीं मिलना
- इमोशनल और फिजिकल सपोर्ट की कमी
- प्यार का दूसरा मौका
शादी के तुरंत बाद क्यों नहीं लेते तलाक ?
शादी के तुरंत बाद तलाक क्यों नहीं होते या एक बड़ा गंभीर सवाल है कपल जब अपनी शादीशुदा जिंदगी के 10 या 15 साल एक साथ जी लेते हैं तभी दोनों के बीच तलाक जैसी स्थिति क्यों उत्पन्न होती है. ज्यादातर केस में देखा गया है की शादी के तुरंत बाद महिलाएं आपके बच्चों की परवरिश पर जोर देने लगती है.जिसके चलते किसी और जगह उनका ध्यान नहीं जाता है. लेकिन जब वह अपने बच्चों की परवरिश से फ्री हो जाती है तो वह अपनी मुझे जिंदगी के बारे में सोचती है इसके बाद पत्नी अपने पतियों से मानसिक तलाक पहले ही ले चुकी होता है बस उसकी औपचारिकता करना बाकी रहती है.
पुरुषों से ज्यादा महिलाएं ले रहीं तलाक !
आजकल की जनरेशन में पुरुषों से ज्यादा महिलाएं तलाक के लिए अर्जी डाल रही है जैसे ही महिलाओं को एहसास होता है कि उनके रिलेशन में अब ज्यादा कुछ नहीं बचा है तो वह तलाक लेने से बिल्कुल भी नहीं हिचकिचाती है. आजकल की लड़कियां सेल्फ डिपेंडेंट हो गई है पहले की तरह वह अपने पतियों के ऊपर निर्भर नहीं रहती है.