बरेली से एक चौकाने वाला मामला सामने आया है जहां एक पाकिस्तानी महिला 9 साल से बेसिक विभाग में फर्जी तरीके से निवास प्रमाण पत्र बनवाकर नौकरी कर रही थी ,गोपनीय जांच होने के बाद यह पता चला कि महिला ने अपना फर्जी निवास प्रमाण पत्र रामपुर से बनवाया था ,जो जांच में फर्जी निकला और अब महिला शिक्षक पर खंड शिक्षा अधिकारी की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है ।पाकिस्तानी महिला के फर्जी तरीके से 9 साल नौकरी करने पर अब बेसिक शिक्षा विभाग की किरकिरी हो रही है ।
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बरेली के फतेहगंज पश्चिमी विकास खंड के गांव माधोपुर प्राथमिक विद्यालय में 9 साल पहले से पाकिस्तान की रहने वाली महिला शुमायला खान फर्जी तरीके से निवास प्रमाण पत्र बनवाकर नौकरी कर रही थी ,महिला ने अपना फर्जी प्रमाण पत्र रामपुर से बनवाया और वो बिना डरे बेसिक शिक्षा विभाग में नौकरी कर रही थी , बताया जा रहा है कि किसी ने महिला की गोपनीय शिकायत जिलाधिकारी से की । जिलाधिकारी ने मामले की गोपनीय जांच करवाई और रामपुर के बने निवास प्रमाण को रामपुर सदर एसडीएम ने खारिज कर दिया । जिसके बाद बेसिक शिक्षा विभाग ने महिला को नौकरी से बर्खास्त कर दिया और खंड शिक्षा अधिकारी फतेहगंज पश्चिमी की तरफ से दी गई शिकायत पर महिला के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है।
आपको बता दें पाकिस्तानी महिला के बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी तरीके से 9 साल तक नौकरी करना बेसिक विभाग पर अब सवाल पे सवाल उठ रहे है कि कैसे महिला को फर्जी प्रमाण पत्र पर नौकरी दे दी गई और वो 9 साल से लगातार सैलरी ले रही है इस बात को लेकर जिले के लोगो में अलग अलग तरह की चर्चाएं है ,फिलहाल खंड शिक्षा अधिकारी फतेहगंज पश्चिमी के तहरीर पर महिला शिक्षक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है साथ ही उसको विभाग से बर्खास्त कर दिया गया है ,बेसिक शिक्षा विभाग महिला शिक्षक की अबतक दिए गए वेतन की वसूली की बात कह रहा है ।पर एक पाकिस्तानी महिला का नौ साल तक लगातार विभाग में फर्जी तरीके से नौकरी पाना अपने आप में एक सवाल पैदा करता है ।