आज 18वीं लोकसभा के बजट सत्र का पहला दिन है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा के जॉइंट सेशन में 59 मिनट का संबोधन दिया। राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी के बयान पर बवाल मच गया है। सोनिया गांधी ने ऐसा बयान दे दिया कि बवाल हो गया। बोली- अंत तक राष्ट्रपति बहुत थक गईं थीं। राहुल गांधी ने भी राष्ट्रपति के अभिभाषण को बोरिंग बताया।
दरअसल आज बजट सत्र के पहले दिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा दो सदनों को संबोधित किया। उनके संबोधन और इकोनॉमिक सर्वे रिपोर्ट पेश होने के बाद सदन को कल 11 बजे तक के स्थगित कर दिया गया। सदन से बाहर आए राहुल गांधी, सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी से मीडिया से कई सवाल किए। इस दौरान सोनिया गांधी ने राष्ट्रपति मुर्मू के संबोधन पर प्रतिक्रिया व्यक्त की और कहा कि पुअर लेडी, स्पीच के आखिर तक थक गई थीं। वे बड़ी मुश्किल से बोल पा रही थीं, बेचारी। राष्ट्रपति के अभिभाषण को राहुल गांधी ने भी बोरिंग बताया।
सोनिया गांधी के इस बयान से घमासान शुरू हो गया है सोनिया गांधी की टिप्पणी को भाजपा ने राष्ट्रपति का अपमान करार दिया। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि सोनिया गांधी ने राष्ट्रपति का अपमान किया है। कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी और उनके बेटे और विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने राष्ट्रपति के खिलाफ जिस तरह के शब्दों का इस्तेमाल किया, मैं उसकी कल्पना भी नहीं कर सकता। उनसे और क्या उम्मीद की जा सकती है?
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि प्रत्येक भाजपा कार्यकर्ता सोनिया गांधी द्वारा भारत की माननीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के लिए ”बेचारी” वाक्यांश के इस्तेमाल की कड़ी निंदा करता है। ऐसे शब्दों का जानबूझकर इस्तेमाल अभिजात्य विरोधी को दर्शाता है। कांग्रेस पार्टी की घटिया और आदिवासी विरोधी प्रकृति को देखते हुए मैं मांग करता हूं कि कांग्रेस पार्टी माननीय राष्ट्रपति और भारत के आदिवासी समुदायों से बिना शर्त माफी मांगें।