हिंदू धर्म की लोक आस्था का सबसे बड़ा पर्व महाकुंभ इस वर्ष तीर्थराज प्रयागराज में आयोजित हो चुका है। इस आयोजन में अनुमानित 45 से 50 करोड़ तीर्थ यात्रियों के आने की उम्मीद है। महाकुंभ मेला भारत की संस्कृति, आस्था और आध्यात्मिकता का एक अद्भुत संगम है। यह पर्व न केवल धार्मिक आयोजन है बल्कि भारत की प्राचीन परंपराओं, सभ्यताओं और अध्यात्मिकता की एक झलक प्रस्तुत करता है।
13 जनवरी यानि आज सोमवार से कुंभ की शुरुआत हो चुकी है. पौष पूर्णिमा को महाकुंभ का पहला स्नान किया। सुबह साढ़े 9 बजे तक 50 लाख श्रद्धालु डुबकी लगा चुके हैं। आज लगभग 90 लाख से 1 करोड़ भक्तों तक के पहुंचने का अनुमान है। जो गंगा, यमुना और सरस्वती के पवित्र संगम में अमृत स्नान करेंगे। इस बार महाकुंभ में 45 से 50 करोड़ से ज्यादा भी लोगों के आने की उम्मीद है. इनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए शहर के चारों ओर चप्पे-चप्पे पर जवान तैनात हैं. इतना ही नहीं अंडरवाटर ड्रोन, एआई कैमरे सुरक्षा को और मजबूत करेंगे.
महाकुंभ की सुरक्षा के लिए इलाके के आसपास कुल 2,700 एआई कैमरे लगाए गए हैं और पानी के अंदर 113 ड्रोन कैमरे लगाए गए हैं. महाकुंभ मेले के दौरान 37,000 पुलिसकर्मी और 14,000 होमगार्ड तैनात किए गए हैं, इसके साथ ही एनएसजी, एटीएस, एसटीएफ और अन्य सुरक्षा एजेंसियां भी चौकसी बरत रही हैं। सिर्फ इतना ही नही सर्विलांस और मजबूत करने के लिए पांच वज्र वाहन, 10 ड्रोन और चार तोड़फोड़ विरोधी टीमें चौबीसों घंटे इलाके में गश्त पर रहेंगी, तैयारियां पक्की करने के लिए यूपी पुलिस के साथ-साथ राज्य आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस), राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) और प्रांतीय सशस्त्र बल (पीएसी) की मदद से मॉक ड्रिल भी की गई है.
कानपुर मे भी महाकुंभ के लिए कड़ी व्यवस्था की गई
कानपुर सेंट्रल स्टेशन के अधीक्षक अवधेश कुमार द्विवेदी ने बताया कि कुंभ तीर्थ यात्रियों के लिए सारे इंतजाम कर लिए गए है सुरक्षा की दृष्टि से rpf ओर grp के 350 से ज्यादा सुरक्षा कर्मी मौजूद रहेंगे संघन तलाशी अभियान डॉग स्कॉट से स्टेशन की सुरक्षा संचालित की जा रही है जरूरत पड़ने पर आकस्मिक चिकित्सा शिविर भी लगाया गया है। बेबी फीडिंग रूम का भी व्यवस्था की गई है। हेल्प लाइन नंबर जारी करने के साथ ही दो लाख यात्रियों के अतिरिक्त भार को देखते हुए 32 स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही है।