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हरिद्वार महाकुंभ में फूटा कोरोना बम, कई साधु संत हुए पॉजिटिव, भीड़ देखकर प्रशासन के हाथ-पांव फूले

[Edited By: Punit tiwari]

Wednesday, 14th April , 2021 01:37 pm

हरिद्वार- कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच हरिद्वार महाकुंभ में आज तीसरा शाही स्नान जारी है। जानकारी के मुताबिक, सुबह दस बजे तक करीब पांच लाख लोग पहुंच चुके हैं। भीड़ को देखते हुए शासन प्रशासन के हाथ-पांव फूले हुये हैं। हरिद्वार में भी कोरोना के केस लगातार बढ़ रहे हैं।

हरिद्वार में कोरोना के कल 594 नए केस आए। हरिद्वार कुंभ में श्रद्धालुओं की भीड़ पर लगातार चिंता जताई जा रही है। तमाम तरह की गाइडलाइन्स की भी बातें की गईं, लेकिन तस्वीरें बता रही हैं कि यहां कोरोना के सारे प्रोटोकॉल्स की धज्जियां उड़ चुकी हैं। इस दौरान न कोई मास्क पहने नजर आ रहा है और न ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहा है। प्रशासन भी कोरोना प्रोटोकॉल का पालन कराने में बेबस दिखाई दे रहा है।

आईजी कुंभ मेला संजय गुंज्याल ने कहा कि चारों शाही स्नान और कुंभ के 11 स्नान में बैसाखी का स्नान सबसे बड़ा माना जाता है, सैटेलाइट तस्वीरों के मुताबिक साल 2010 में बैसाखी स्नान में 1.60 करोड़ लोग आए थे, इस बार बैसाखी के लिहाज से बहुत कम भीड़ आई है, क़रीब 6 लाख लोगों ने स्नान किया है

दोपहर 12 बजे तक करीब आठ-दस लाख लोग गंगा में डुबकी लगा चुके हैं और तड़के शुरू हुआ स्नान का क्रम लगातार जारी है। अब तक 13 में से चार अखाड़े स्नान कर चुके हैं। सबसे पहले निरंजनी अखाड़े के साधु संत और नगा संन्यासी अपने महामंडलेश्वर आचार्य कैलाशानंद गिरी की अगुवाई में स्नान के लिए हर की पैड़र ब्रह्मकुंड पहुंचे, जहां उन्होंने गंगा में डुबकी लगाकर शाही स्नान किया।

निरंजनी अखाड़े के साथ ही आनंद अखाड़े के संतों ने भी शाही स्नान किया। इसके बाद जूना अखाड़ा के साधु संन्यासियों ने शाही स्नान किया। सबसे ज्यादा नगा संन्यासियों वाले इस अखाड़े के साधु संत अपने महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद के नेतृत्व में गंगा स्नान के लिए पहुंचे। बता दें कि जूना अखाड़े में करीब चार लाख सन्यासी हैं।

जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरी जी महाराज हैं। इसे रूद्र अखाड़ा भी कहा जाता है। जूना अखाड़े के हर की पौड़ी पहुंचने पर पूरा घाट हर हर मां गंगे के नारों से गुंजायमान हो गया।

वहीं हरिद्वार में चल रहे महाकुंभ में आखिर जिस बात का डर था वही हुआ, यहां कोरोना विस्फोट हुआ है। यहां 102 तीर्थयात्री और 20 साधु कोरोना संक्रमित पाये गये हैं। मेले में कई धर्मिक संगठन के प्रमुखों ने कोरोना टेस्ट कराने से इंकार कर दिया था। 

जूना अखाड़ा के पांच और संत कोरोना वायरस पॉजिटिव आए हैं। इन्हें मिलाकर अब तक जूना अखाड़े के 17 संत पॉजिटिव आ चुके हैं। वहीं, निरंजनी अखाड़े के दो और संतों की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरि समेत अखाड़े के तीन संत पहले ही संक्रमित हो चुके हैं।

नतीजा ये है कि अब मेले में हालात बेहद खराब हो सकते हैं। वहीं, इस दौरान कोरोना गाइडलाइन्स का पालन नहीं किया जा रहा है। ना तो मास्क दिख रहा है और ना ही सोशल डिस्टेंसिंग का ही पालन किया जा रहा है। 

 

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