UP में संभल अब सियासत का नया केंद्र बन चुका है, जहां कभी बवाल हो रहा है तो कभी एक के बाद एक नए कांड सुनने को मिल रहे हैं, जिसने सर्द मौसम में सियासी तपीश को भी बढ़ाया हुआ है, मंदिरों के मिलने का सिलसिला लगातार जारी है, जिस पर अब CM योगी ने भी सख्ती दिखाना शुरू कर दिया है, यहां सालों पुराने मंदिरों के ताले टूट रहे हैं तो वहीं विपक्ष के पसीने छूट रहे हैं, जमीन से पुरानी मूर्तियां निकल रही है तो पिछली सरकारों के चिट्ठे भी खुल रहे हैं, जिस पर अब बयानबाजी भी तेज हो गई है. हालांकि जिस तरह से CM योगी ने विधानसभा में 1978 में हुए संभल बवाल का जिक्र कर विपक्ष को सुनाया उसने सियासी माहौल और गर्मा दिया है क्योंकि खुद संभल में हिंदू परिवार अब सामने आया है जिसने पिछली सरकारों पर गंभीर आरोप लगाए हैं, उनका कहना है कि संभल में हिंदुओं पर पिछली सरकार की शय पर मुस्लिमों ने जुल्म ढहाए है
योगी सरकार की शुरू की सच की खुदाई
आपको बता दें ये वही रस्तोगी परिवार है जिनको 46 साल पहले संभल से पलायन करना पड़ा था, जो अब दशकों बात संभल आए तो मंदिर में माथा टेका साथ ही कहा कि CM योगी ने जो कुछ भी संभल पर कहा है वो सब सही है, वैसे तो संभल में अभी काफी कुछ मिलना बाकी है, क्योंकि खुद CM योगी ने सच की खुदाई शुरू करके आंखों पर पड़ा सालों पुराना पर्दा हटाने की ठान ली है. इसके साथ ही 2027 में सत्ता के लिए बीजेपी, सपा और कांग्रेस ने अपना-अपना मैसेज देना शुरू कर दिया है. इतना ही नहीं प्रशासन के एक्टिव होने को लेकर भी सवाल उठने लगे हैं, लेकिन इस बीच संभल जैसे मामले अब कई और जिलों में भी देखने को मिले हैं.
संभल के वाराणसी में खिले सनातनियों के चेहरे
संभल के बाद अब वाराणसी से मंदिर की तस्वीर सामने आई है, जहां मुस्लिम बाहुल्य इलाके में एक बंद शिव मंदिर मिला है, जिस पर ताला लगा हुआ है, जैसे ही ये मामला सामने आया हिंदू पक्ष ने हंगामा खडा कर दिया है, क्षेत्रीय लोगों ने तो मंदिर को खोलकर पूजा पाठ शुरू करने की मांग उठा दी, हालांकि अभी प्रशासन की निगरानी में ये पूरा मामला है क्योंकि जिस मदनपुरा इलाके में मंदिर मिला है वो काफी संवेदनशील है, बता दें ये इलाका काशी विश्वनाथ मंदिर से महज एक किलोमीटर की दूरी पर है, शिव मंदिर मिलने के बाद अब प्रशासन की ओर से संपत्ति की जांच के बाद स्थिति स्पष्ट की बात कही जा रही है.
मुस्लिम इलाके में मिला खंडहर हालत में मंदिर
इन दो जिलों के अलावा संभल के पास मुजफ्फरनगर में भी कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है, जहां मुस्लिम आबादी के बीच एक शिव मंदिर खंडहर हालत में मिला है, रिपोर्ट्स की मानें तो मुजफ्फरनगर कोतवाली क्षेत्र के खालापार मोहल्ले में करीब 54 साल पहले यानी 1970 में भगवान शिव के मंदिर की स्थापना की गई थी, उस समय ये क्षेत्र हिंदू बाहुल्य हुआ करता था, लेकिन धीरे-धीरे जब मुस्लिम आबादी ज्यादा हुई तो हिंदू समाज के लोग पलायन कर गए. आपको बता दें लगातार मुस्लिम इलाकों में मंदिर मिलने का सिलसिला जारी है, जिसके बाद मंदिर विवाद फिर से सुर्खियों में आ गया है. ऐसे में सियासत भी अब मंदिर के ईर्द गिर्द ही घूम रही है, जिसने विपक्ष की टेंशन को बढ़ाया हुआ है, जबकि संभल पॉलिटिक्स का केंद्र बना हुआ है,