वास्तु शास्त्र में घर में हर एक चीज को रखने की और उठने से लेकर सोने तक की दिशा निर्धारित होती है. अगर वास्तु शास्त्र के अनुसार इन नियमों का पालन न किया जाए तो इसका उलटा असर पड़ने लगता है. जिनमें से एक है पढ़ाई करना.
वास्तु शास्त्र
वास्तु शास्त्र में रसोई घर से लेकर बेडरूम और लिविंग रूम तक के नियमों के बारे में बताया गया है. जिसमें हर काम को करने की दिशा को भी निर्धारित किया गया है.
पढ़ाई को लेकर नियम
अगर आप अपनी पढ़ाई के समय वास्तु के नियमों को ध्यान में रखें, तो आपको अव्वल आने से कोई नहीं रोक सकेगा.
सबसे अच्छी दिशा
वास्तु शास्त्र के मुताबिक घर में पढ़ाई लिखाई की सबसे अच्छी दिशा उत्तर पूर्व मानी गई है.
ये दिशा सबसे खराब
घर में पढ़ाई लिखाई की जगह कभी भी दक्षिण या दक्षिण पूर्व दिशा में कभी भी नहीं होनी चाहिए.
इस बात का रखें ध्यान
वास्तु शास्त्र के मुताबिक घर की सीढ़ियों के नीचे कभी भी पढ़ने का कमरा नहीं होना चाहिए. इससे बच्चों की पढ़ाई लिखाई में बाधा आ सकती है.
इस दिशा में हो बच्चों का मुख
कोशिश करें कि स्टडी रूम की व्यवस्था इस तरह हो कि, पढ़ते समय बच्चों का मुख उत्तर पूर्व दिशा की ओर ही हो.
इस दिशा में हो किताबें
वास्तु शास्त्र के मुताबिक पढ़ाई लिखाई की चीजें दक्षिण पश्चिम दिशा की ओर ही रखनी चाहिए.
गंदी ना हो रैक इस बात का ध्यान रखें की कॉपी किताब रखने वाली रैक बिल्कुल भी गंदी नहीं होनी चाहिए. कोशिश करें की चीजों को व्यवस्थित तरीके से ही रखें.