पिंक बॉल टेस्ट में न सिर्फ ऑस्ट्रेलिया नई रणनीति के साथ मैदान में उतरेगी बल्कि रोहित की ओपनिंग को लेकर सस्पेंस गहराया हुआ है, जिसके बारे में सब आपको इस आर्टिकल में बताते है लेकिन उससे पहले ये पिंक बॉल टेस्ट क्या है और किन कारणों से ये सबसे अलग है, उसे समझते हैं.
पहला टेस्ट मैच जीतने के बाद अब टीम इंडिया ने दूसरे मैच में कंगारुओं की बादशाहत को मिट्टी में मिलाने की पूरी तैयारी कर ली है, बुमराह की कप्तानी में पर्थ टेस्ट में जो धमाल दिखा, अब उससे भी ज्यादा रोमांच दूसरे मैच में आने वाला है, क्योंकि इस बार रोहित की कप्तानी में टीम इंडिया इतिहास की नई कहानी लिखने एडिलेड में उतरेगी, जिसको लेकर आस्ट्रेलिया ने भी अपनी धाकड़ तैयारी की है, जिस पर पानी फेरने का प्लान टीम इंडिया के युवा खिलाड़ियों ने बना लिया है., पिंक बॉल टेस्ट में न सिर्फ ऑस्ट्रेलिया नई रणनीति के साथ मैदान में उतरेगी बल्कि रोहित की ओपनिंग को लेकर सस्पेंस गहराया हुआ है, जिसके बारे में सब आपको इस आर्टिकल में बताते है लेकिन उससे पहले ये पिंक बॉल टेस्ट क्या है और किन कारणों से ये सबसे अलग है, उसे समझते हैं.
23वीं बार दुनिया उठाएगी पिंक बॉल टेस्ट का लुत्फ
दरअसल भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच दूसरा टेस्ट मैच एडिलेड में खेला जाना है, जो कि पिंक बॉल से खेला जाएगा. इस टेस्ट को लेकर रोमांच इसलिए ज्यादा है क्योंकि इससे जुड़ी कई बड़ी बातें ही कुछ ऐसी हैं. रिपोर्ट्स की मानें तो ये टेस्ट मैच 6 दिसंबर से शुरू होगा, जो कि डे- नाइट खेला जाएगा, जिसमें पिंक बॉल इस्तेमाल में लाई जाएगी. पिंक बॉल के इस्तेमाल के चलते ही इ से पिंक बॉल टेस्ट भी कहते हैं. अब पिंक बॉल का भी अपना मिजाज है. बता दें क्रिकेट इतिहास में 23वीं बार दुनिया पिंक बॉल टेस्ट का लुत्फ उठाते देखेगी.
ऑस्ट्रेलिया पिंक बॉल से खेलने का अनुभव
बता दें अब तक खेले सभी 22 पिंक बॉल टेस्ट अपने नतीजे तक पहुंचे हैं. मतलब उनका रिजल्ट निकला है. वो ड्रॉ नहीं हुए हैं. जिसके बाद टीम इंडिया हर हाल में इस मैच को जीतने मैदान में उतरेगी, इसके साथ ही और भी कई बड़ी वजहें हैं जो इस मैच में मजा दिलाएगी, खबरों की मानें तो पिछले 22 पिंक बॉल टेस्ट में से सिर्फ 5 ही ऐसे रहे हैं, जिसमें खेल आखिरी यानी 5वें दिन तक गया है. वहीं 2 टेस्ट का नतीजा तो सिर्फ 2 दिन में ही निकला है, जो कि पिंक बॉल टेस्ट की बहुत बड़ी बात है. 5वीं और आखिरी बात ये कि भारत का मुकाबला एडिलेड में उस टीम के साथ है, जो पिंक बॉल टेस्ट खेलने में सबसे अनुभवी है. ऑस्ट्रेलिया इकलौती ऐसी टीम है, जिसने 10 या उससे ज्यादा टेस्ट खेले हैं. लेकिन इस बार टीम इंडिया ने भी अपनी तैयारी में कोई कसर नहीं छोड़ी है. एक्सपर्ट्स ने बताया कहां फंसेगा पेंच ?
वहीं पिच की बात करें तो एक्सपर्ट्स का मानना है कि ऑस्ट्रेलिया के सभी मैदानों में से एडिलेड एक ऐसा ग्राउंड है, जिसकी पिच अक्सर बल्लेबाजों की मददगार होती है क्योंकि यहां ज्यादा रफ्तार और उछाल नहीं मिलता. लेकिन अभी जो खबरे सामनें आई है उसके चलते पिच पर घास छोड़ी गई है और इस पर काफी पानी भी डाला जा रहा है. अक्सर किसी भी पिच को तेज गेंदबाजों के लिए मददगार बनाने के लिए ये तरीके अपनाए जाते हैं. मगर एडिलेड में ऐसा करना बल्लेबाजों के लिए बेहद मुश्किल भरा हो सकता है. इसकी एक वजह तो पिच है ही, दूसरी वजह पिंक बॉल है.
पेसर्स के आगे मुश्किल में फंस सकते है बल्लेबाज
दरअसल पिंक बॉल को पुराना होने में ज्यादा वक्त लगता है, जिससे इसके स्विंग और सीम होने में मदद मिलती है. अब अगर पिच पर घास रहेगी तो ये और ज्यादा देरी से पुरानी होगी, जिसका फायदा पेसर्स को मिलेगा. अब ऑस्ट्रेलिया के पास पैट कमिंस, मिचेल स्टार्क, स्कॉट बोलैंड जैसे पेसर्स हैं, जिनके लिए ये काफी मददगार होगी लेकिन खुद ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज इससे कैसे बच पाएंगे. ये अहम सवाल है क्योंकि पर्थ टेस्ट में साफ दिख गया था कि जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज और हर्षित राणा की रफ्तार और धार के सामने ऑस्ट्रेलियाई बैटिंग किस तरह ढह गई थी.
रोहित की ओपनिंग को लेकर सस्पेंस बरकार
ऐसे में अगर एडिलेड में भी पिच तेज गेंदबाजों की मदद करती है तो ऑस्ट्रेलिया की मुश्किलें बढ़ सकती है. वहीं इस बीच रोहित की ओपनिंग बैटिंग को लेकर पेंच फंसा हुआ है माना जा रहा है कि रोहित नहीं चाहते हैं कि केएल राहुल और यशस्वी जायसवाल की जोड़ी को तोड़ा जाए जिसके लिए वो टीम कोच के साथ मंथन भी कर रहे हैं, साथ ही आगे कड़े फैसले भी रोहित ले सकते हैं