दिल्ली विधानसभा चुनावों की सुगबुगाहट तेज हो गई है. वहीं चुनावों से पहले ही आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने महिलाओं को सीधे तौर पर साधने का तरीका खोज निकाला है. दरअसल दिल्ली में महिलाओं के लिए ‘मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना’ की घोषणा कर दी गई है.
2100 रुपए हर महीने मिलेंगे
इस योजना के तहत महिलाओं को 2100 रुपये दिए जाएंगे. इस योजना के लिए 13 दिसंबर से रजिस्ट्रेशन भी शुरू हो जाएंगे. अभी तो इस योजना में महिलाओं को एक हजार रुपए मिलेंगे. वहीं चुनाव बाद यह राशि बढ़ाकर 2100 रुपए कर दी जाएगी. ये योजना 2024-25 के बजट में 2000 करोड़ रुपए के आवंटन के साथ शुरू की गई है. इस योजना का लाभ दिल्ली के उन सभी महिलाओं को प्राप्त होगा जो कि दिल्ली की आधिकारिक मतदाता हैं और जिनकी सालाना आय 2.50 लाख रुपए या उससे कम है. ये घोषणा पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने की है.
किसे मिलेगा महिला सम्मान योजना का लाभ?
महिला को दिल्ली का आधिकारिक मतदाता हो.
महिला की सालाना आय 2.50 लाख रुपए या उससे कम होनी चाहिए.
उम्र 18 से 60 वर्ष के बीच होनी चाहिए.
यदि महिला के पास चार पहिया वाहन है तो वह इस योजना के लिए पात्र नहीं होंगी.
योजना के लिए योग्य वे महिलाएं होंगी, जो अब तक सरकार की किसी पेंशन योजना का हिस्सा नहीं हैं.
जो महिलाएं सरकारी कर्मचारी नहीं हैं और जो इनकम टैक्स नहीं देती हैं.
योजना के लिए आवेदन की ये है प्रक्रिया
अरविंद केजरीवाल ने बताया कि इस योजना के तहत 13 दिसंबर से रजिस्ट्रेशन शुरू हो जाएंगे. पहले इस योजना का रजिस्ट्रेशन मैन्युअली किया जाएगा. जिसमें आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता घर-घर जाकर महिलाओं का रजिस्ट्रेशन करेंगे. फिलहाल ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए कोई पोर्टल उपलब्ध नहीं होगा. स्कीम के लिए पात्र महिला को एक फॉर्म भरकर इसमें ये सेल्फ डिक्लेरेशन देना होगा कि वह किसी सरकारी योजना का हिस्सा नहीं हैं. सरकारी कर्मचारी नहीं है और इनकम टैक्स पेयर भी नहीं है. फॉर्म के साथ हर महिला को आधार कार्ड और बैंक अकाउंट की जानकारी भी देनी होगी.
2000 करोड़ तक आएगा योजना में खर्च
इस योजना के लिए कुल 2000 करोड़ रुपए का बजट आवंटित किया गया है. ये योजना महिलाओं की आर्थिक स्थिति में सुधार लाने का एक महत्वपूर्ण कदम है. अरविंद केजरीवाल ने कहा कि, “महिलाओं के सम्मान की रक्षा करना हमारी पहली प्राथमिकता है. इस योजना के माध्यम से दिल्ली सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि महिलाएं आर्थिक स्वतंत्रता और सम्मान मिले. महिलाओं के परिवारों को संभालने में जो भूमिका होती है, वो हमारे समाज की एक नींव है. हम महिलाओं की मदद कर पाएं, ये हमारे लिए सौभाग्य की बात है.”