रंजीत कत्याल कुवैत में रहने वाले एक बड़े कारोबारी थे जिन्होंने ईरान के हमले में फंसे 1 लाख 70 हजार भारतीयों को बचाने में अपना योगदान दिया था.रंजीत ने भारक सरकार को लोगों के रेस्क्यू करने में मदद की थी. उनकी वजह से लाखों भारतीय 1990 के वक्त सही सलामत कुवैत से निकल आए थे. रंजीत हर एक भारतीय के दिल में हमेशा जिंदा रहेंगे और पूरे भरत को उनके ऊपर फ्रक है कि ऐसा मां सा सपूत ने हमारे देश में जन्म लिया जिसने लाखों भारतीयों की जान बचाई थी.
1990 में ईरान ने किया था हमला
साल 1990 में जब ईरान ने कुवैत पर हमला कर दिया था. इस दौरान कुवैत में लगभग 1 लाख 70 हजार भारतीय नागरिक मौजूद थे. हमले की जानकारी मिलने के बाद भारतीय सरकार के हाथ पैर फूल गए थे. भारतीय सरकार को यह समझ में नहीं आ रहा था कि कुवैत में फंसे भारतीय नागरिकों की जान कैसे बचाई जाए तब उसे समय रंजीत कत्याल देवदूत बनकर सामने आए थे. भारतीय एंबेसी के अधिकारियों ने रंजीत से बातचीत की और एयरलिफ्ट करके लाखों भारतीयों की जान बचाई थी.
सद्दाम हुसैन से बात नहीं करना चाहती थी भारत सरकार
ईरान ने जब कुवैत के ऊपर हमला किया तो देश के लिए पहली प्राथमिकता थी कि भारतीय नागरिकों को वहां से सुरक्षित निकाला जाए. लेकिन भारत सरकार को यह समझ में नहीं आ रहा था कि वह किस संपर्क करें और किसके सामने मदद की गुहार लगाए. क्योंकि भारतीय सरकार सद्दाम हुसैन से बात करके नेगोशिएशन नहीं करने नहीं चाहती थी.हालांकि उस समय भारती य सरकार को यह भी लग रहा था कि सद्दाम उनकी बात नहीं सुनेगा…
गिनीज बुक में दर्ज हुए एयर इंडिया का नाम
कुवैत से भारतीयों के वापस लाने का पूरा खर्चा यूं तो भारत सरकार ने उठाया था लेकिन वहां से भारतीयों को निकालना ही एक बहुत बड़ा सवाल था. एयर इंडिया का विमान डेली जॉर्डन से दुबई के 7 से 8 चक्कर लगाते थे. इस काम के लिए एयर इंडिया का नाम गिनीज बुक में भी दर्ज कर लिया गया है.
जॉर्डन से भारतीयों को किया गया एयरलिफ्ट
एयर इंडिया की फ्लाइट कुवैत से 1000 किलोमीटर दूर जॉर्डन सिटी से मिलती थी इसलिए कुवैत से वहां तक भारतीयों को पहुंचना एक बहुत बड़ा टास्क था बसों का अरेंजमेंट करना एंबेसी ने इराक की एक कंपनी को कांटेक्ट दिया था रोज बसे भारतीयों को लेकर जॉर्डन तक पहुंची थी फिर जॉर्डन से एयर इंडिया के विमान से भारतीयों को वहां से निकाला जाता था.
फिल्म ‘एयरलिफ्ट में अक्षय ने निभाई रंजीत की भूमिका’
अक्षय कुमार की फिल्म एअरलिफ्ट में रंजीत कल्याण का कैरेक्टर अक्षय कुमार ने शानदार तरीके से निभाया है. उनको पिक्चर में हमने देखा है की कैसे उन्होंने भारतीयों को अपनी जान पर खेल कर कुवैत से बाहर निकाल.रियल लाइफ के रंजीत अब हमारे बीच नहीं रहे. कहा जाता है कि रंजीत बहुत ही अमीर व्यक्ति थे. जिसके चलते कुवैत में उनके प्रभावशाली व्यक्तियों से अच्छे संबंध थे. कुछ जानकारों का यह भी कहना है कि रंजीत की सीधे सद्दाम हुसैन से भी बातचीत होती थी. जिसके चलते हैं उन्होंने कुवैत से भारतीयों को बचाने का बीड़ा उठाया था.
60 दिनों तक चला था रेस्क्यू अभियान
कुवैत से भारतीयों को निकालने का यह अभियान 60 दिनों तक चला था इस अभियान के तहत पहले बच्चों ,बुजुर्गों और महिलाओं को निकाला गया था. उस वक्त रंजीत कल्याल की वजह से न जाने कितने लोगों की जिंदगी बच गई न जाने कितने बच्चे अनाथ होने से बच गएन जाने कितनी औरतें विधवा होने से बच गई. आज रंजीत हमारे बीच नहीं हैलेकिन उनके द्वारा किए गए सराहनी कामों को यह देश हमेशा याद रखेगा