विक्रांत मैसी की फिल्म ‘द साबरमती रिपोर्ट’ रिलीज होने के बाद से ही विवादों में बनी हुई है. गुजरात के गोधरा कांड पर बनी इस फिल्म को कई जगहों पर लोग पसंद कर रहे हैं. तो कहीं पर फिल्म को लेकर विवाद हो रहे हैं. तो वहीं गुरुवार को जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के तत्वावधान में फिल्म ‘द साबरमती रिपोर्ट’ की स्क्रीनिंग का आयोजन किया गया. इस दौरान कुछ छात्रों ने फिल्म को लेकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. फिल्म की स्क्रीनिंग के दौरान छात्रों ने नारेबाजी की और फिल्म के पोस्टर फाड़ दिए.
फ़िल्म के बीच हुई पत्थरबाज़ी
फिल्म की स्क्रीनिंग ढाका के बैडमिंटन कोर्ट में रखी गयी थी. उसी दौरान अचानक पत्थरबाजी किए जाने का आरोप लगाया गया है. जिससे चलते मौके पर अफरातफरी मच गई है और स्क्रीनिंग रोक दी गई. एबीवीपी के छात्रों ने आरोप लगाते हुए कहा कि यह पथराव लेफ्ट के छात्रों द्वारा किया गया है. इस घटना के बाद से विश्वविद्यालय परिसर में तनाव का माहौल बना हुआ है. बता दें कि विक्रांत मैसी की ये फिल्म हाल में ही रिलीज हुई है और काफी चर्चा में भी है. फिल्म 2002 के गोधरा कांड की पृष्ठभूमि में बनाई गई है. जिसमें कई सामाजिक मुद्दे भी उठाए गए हैं.
ABVP ने उठाए कॉलेज प्रशासन पर सवाल
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का दावा है कि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय परिसर में साबरमती रिपोर्ट फिल्म की स्क्रीनिंग के दौरान बाहर से पथराव किया गया. जिसमें कुछ छात्र घायल हो गए. जेएनयू के एबीवीपी विंग के अध्यक्ष राजेश्वर कांत दुबे ने बताया कि ‘कुछ छात्रों को मामूली चोटें आई हैं. कुछ देर के लिए स्क्रीनिंग रोक दी गई थी लेकिन बाद में इसे फिर से शुरू कर दिया गया.’ दुबे ने आगे बताया कि गुरुवार की शाम को सैकड़ों छात्र फिल्म देख रहे थे. इसी दौरान कुछ लोगों ने उन पर पत्थरबाजी करना शुरू कर दिया.
गोधरा कांड पर बनी है फ़िल्म
‘द साबरमती रिपोर्ट’ धीरज सरना द्वारा निर्देशित और राशि खन्ना और रिद्धि डोगरा अभिनीत ये फिल्म 27 फरवरी, 2002 को गोधरा में साबरमती एक्सप्रेस में आग लगने की घटना की पृष्ठभूमि में बनाई गई है. फिल्म का निर्माण एकता कपूर द्वारा किया गया है. इसमें एक धार्मिक समारोह में भाग लेने के बाद अयोध्या से लौट रहे 59 श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी. ये फिल्म एक पत्रकार की कहानी बयां करती है, जो कि सच्चाई उजागर करने की कोशिश कर रहा है. फिल्म को कई राज्यों में टैक्स फ्री कर दिया गया है. इस फिल्म को बीजेपी के कई नेताओं ने देखा है और काफी प्रशंसा भी की है. वहीं कई राज्यों में बीजेपी नेताओं को फिल्म दिखाने की व्यवस्था भी की गई है.